इंदौर। रविवार को टोटल लॉकडाउन में और प्रशासन की अनुमति नहीं होने के बावजूद खजराना क्षेत्र में लोगों की भीड़ ताजिए लेकर निकली. इस दौरान कई लोगों ने मास्क भी नहीं पहने थे और शारीरिक दूरी का ध्यान भी नहीं रखा. इसे डीआइजी ने भी गंभीरता से लिया और खजराना थाना प्रभारी संतोष यादव को लाइन अटैच कर दिया है.
मामले में ताजिए निकालने वाले पूर्व पार्षद उस्मान पटेल सहित कई लोगों को धारा-188 के तहत मामला दर्ज किया है. प्रशासन ने पूर्व में ही त्योहारों के दौरान जुलूस, रैली, झांकी, ताजिए निकालने पर रोक लगा रखी है.
इसे लेकर खजराना थाना परिसर में बैठक भी हुई थी और पुलिस अफसरों ने जुलूस नहीं निकलने की बात कही थी. तब तो लोगों की सहमति बन गई, लेकिन दोपहर में मस्जिद में नमाज पढ़ने के बाद अचानक भीड़ ने ताजिए उठा लिए और खजराना गांव की तरफ जाने लगे. इस दौरान पुलिस जवानों ने भीड़ को रोकने की कोशिश भी की, लेकिन भीड़ ताजिए लेकर आगे बढ़ गई.
खजराना के ताजिए के वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा. खजराना थाना पुलिस ने इस मामले में शहजाद, लियाकत अली, शहनवाज, रशीद, अनवर, पूर्व पार्षद उस्मान पटेल, कुदरत पटेल, दिलावर पटेल, भूरा पठान, मोहम्मद अली पटेल, इसहाक पटेल, अजीज कुरैशी और यूनुस खान के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
बता दें खजराना भी कोरोना का हॉटस्पॉट खजराना क्षेत्र कोरोना का हॉटस्पॉट रह चुका है. अप्रैल में जब कोरोना शहर में फैलना शुरू हुआ था, तब सैकड़ों मरीज खजराना क्षेत्र से भी निकले थे. अभी भी यहां संक्रमण लगातार फैल रहा है और नए मरीज सामने आ रहे हैं. बावजूद इसके इस तरह की लापरवाही संक्रमण को और फैला सकती है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.