इंदौर। Devi Ahilya University द्वारा आयोजित कराए जाने वाली विधि विषय (law subject) की विभिन्न परीक्षाओं को लेकर विश्वविद्यालय ने रणनीतियां तय कर ली है. Bar Council of India (BCI) के निर्देश के आधार पर विश्वविद्यालय ने विधि विषय की विभिन्न परीक्षाएं आयोजित कराई जा रही है. जिनमें पहले, तीसरे, पांचवें, सातवें और नौवें सेमेस्टर की परीक्षाएं आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर और दूसरे, चौथे, छठे, आठवें सेमेस्टर की परीक्षाएं ओपन बुक के आधार पर आयोजित कराई जाएगी.
- आंतरिक मूल्यांकन वाली परीक्षा का जारी किया नोटिफिकेशन
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. अशेष तिवारी के अनुसार बीसीआई के निर्देश के आधार पर विभिन्न परीक्षाओं का आयोजन कराया जा रहा है. पहले, तीसरे, पांचवें और सातवें सेमेस्टर की परीक्षाओं आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर आयोजित किया गया है. इस परीक्षा के लिए छात्रों द्वारा भरे जाने वाले परीक्षा फॉर्म को लेकर विश्वविद्यालय ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. जिसमें छात्रों को 20 जुलाई तक का समय परीक्षा फॉर्म जमा करने के लिए दिया गया है.
DAVV के 450 कर्मचारियों को मिले दो 4 करोड़ 80 लाख रुपए
- आंतरिक मूल्यांकन में सही मूल्यांकन के लिए बनाया फ्लाइंग स्क्वायड
परीक्षा नियंत्रक डॉ. अशेष तिवारी के अनुसार आयोजित की जाने वाली विधि विषय की परीक्षाओं को लेकर महाविद्यालय के प्राचार्य की बैठक आयोजित की गई थी. जिसमें आंतरिक मूल्यांकन को लेकर रणनीति तैयार की गई है. आंतरिक मूल्यांकन के दौरान किसी भी महाविद्यालय छात्रों को मन माने नंबर ना दिया जाए इसके लिए एक कमेटी तैयार की गई है. कमेटी निर्धारित समय के पश्चात महाविद्यालय का औचक निरीक्षण कर छात्रों की उत्तर पुस्तिका की जांच कर सकती है. वही आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर छात्रों को निर्धारित मापदंड के अनुसार नंबर दिए जाएं इसके लिए भी दिशानिर्देश जारी किए गए हैं.
DAVV के बीकॉम फाइनल ईयर के पेपर को लेकर विवाद, 'राम' नाम पर कांग्रेस ने जताई आपत्ति
- अगस्त माह में जारी किए जाएंगे परीक्षा परिणाम
डॉ. अशेष तिवारी के अनुसार विधि विषय की परीक्षा लंबे समय से आयोजित नहीं की जा सकती थी. वहीं अब आंतरिक मूल्यांकन और ओपन बुक के आधार पर यह परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है. जुलाई माह में आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं के परीक्षा परिणाम अगस्त के दूसरे सप्ताह तक जारी करने का लक्ष्य रखा गया है. ताकि आने वाले समय में छात्रों की अगली परीक्षाओं को जल्द आयोजित कराया जा सके.