इंदौर। शहर में कम्युनिटी लेवल पर फैल रहे कोरोना संक्रमण में अब तक 173 लोग घेरे में आ गए हैं, वहीं 16 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की कोशिश है कि सभी संक्रमित क्षेत्रों में संभावित मरीजों का घर-घर से सैंपल लिया जाए, उनको क्वॉरेंटाइन किए जाए. जिससे कि संक्रमण अन्य क्षेत्रों में बढ़ने से रोका जा सके. यही वजह है कि अब इंदौर जिला प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में अपनी टीमें तैनात करने का फैसला लिया है. इसी क्रम में खजराना क्षेत्र में 50 टीमें कोरोना के खिलाफ मोर्चा संभाल चुकी हैं.
इंदौर में अब तक 630 लोगों की स्क्रीनिंग हो चुकी है. जबकि संक्रमित क्षेत्र नयापुरा, रानीपुरा, दौलतगंज, स्नेह लता गंज, टाट पट्टी, बाखल इलाकों के बारह सौ घरों का सर्वेक्षण कार्य किया गया है. इनमें 40 लोग ऐसे पाए गए हैं जिनमें कोरोना के लक्षण हैं, अन्य 82 लोगों की क्वॉरेंटाइन हाउस में सैंपलिंग कराई गई है.
ऐसा होगा टीम का ढ़ांचा
स्वास्थ्य विभाग ने गुरूवार से खजराना के बारह सौ घरों का सर्वेक्षण करने का काम शुरू किया है. इसके लिए आशा आंगनवाड़ी और शिक्षक दल की 50 टीमें बनाई गई है. हर के ऊपर एक एएनएम होगी, 5 से 10 टीमों के ऊपर एक डॉक्टर होगा. इस दौरान मोबाइल मेडिकल टीम भी मौजूद रहेगी जो संभावित मरीज को लक्षण पाए जाने पर मौके पर ही जांच करेगी. फिलहाल इसी रणनीति के तहत तीन इलाकों में सर्वेक्षण कार्य किया जा चुका है.
कुछ को किया जाएगा डिस्चार्ज
बता दें इंदौर में 700 लोग कोरेंटिन हैं, जिन्हें अलग-अलग मैरिज गार्डन और अन्य स्थानों पर रखा गया है. इनमें से अधिकांश की स्क्रीनिंग की जा चुकी है, स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कुल संक्रमित मरीजों में से अभी भी 20 लोग ऐसे हैं जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है उन्हें जल्दी डिस्चार्ज किया जा सकता है.