इंदौर। भय्यू महाराज सुसाइड केस में उनकी पत्नी डॉक्टर आयुषी का कल दूसरे दिन कोर्ट के सामने बयान दर्ज हुआ था. वहीं आज 3 मार्च को फिर इसमें सुनवाई होगी, जिसमें उनकी पत्नी डॉक्टर आयुषी के फिर से बयान दर्ज किए जाएंगे. कल हुई सुनवाई में बच्ची के सवाल को लेकर वह कोर्ट के अंदर ही रोने लगीं. आयुषी ने कहा कि उनकी बच्ची को इस पूरे मामले में घसीटा जा रहा है. काफी देर बाद जब वो सामान्य हुईं तो एक बार फिर बयान दर्ज कराने का दौर शुरु हुआ.
- यह हुआ कोर्ट में
दरअसल डॉक्टर आयुषी की बेटी के जन्म स्थान को लेकर वकील धर्मेंद्र गुर्जर ने सवाल किए थे. इसमें उनसे पूछा गया कि बच्ची का जन्म इंदौर में हुआ, तो डॉक्टर आयुषी उसका जन्म महाराष्ट्र में होना क्यों बता रही हैं. सवालों के दौरान डॉक्टर आयुषी ने महाराज को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने के बाद डॉक्टर के पर्चे के मुताबिक दवाई देना स्वीकार किया. वहीं डॉ. राठी के महाराज के घर आने और विवाद के बाद डॉक्टर आयुषी के हाथ की नस काटने के बाद ड्रेसिंग के सवाल को आयुषी ने नकार दिया. जबकि इससे पहले डॉ. पवन राठी ने कोर्ट में बयान दिया था कि महाराज और आयुषी के विवाद में आयुषी ने अपने हाथ की नस काट ली थी. जिसकी ड्रेसिंग डॉ. राठी ने की थी. कोर्ट में हुए डॉक्टर आयुषी के सवालों के दौरान कई विरोधाभास सामने आए. वहीं सेवादार से बात करने या फोन पर देर रात बात करने की बात को डॉक्टर आयुषी ने स्वीकार किया. लेकिन कौन बात करता था इस बारे में कुछ नहीं बता पाईं. बुधवार को इस पूरे मामले में एक बार फिर जिला कोर्ट में डॉक्टर आयुषी के बयान होंगे.
- वकील ने बच्ची के बर्थ सर्टिफिकेट की बात कही
आरोपी के वकील ने डॉक्टर आयुषी से उनकी बच्ची के बर्थ सर्टिफिकेट की भी डिमांड की. आयुषी का कहना है कि उनकी बच्ची का जन्म महाराष्ट्र के सांगोला में उनकी ननद मधुमति के घर हुआ था. ननद के पास बच्ची के बर्थ सर्टिफिकेट सहित अन्य दस्तावेज मौजूद हैं. वकील का दावा है कि, बच्ची का जन्म इंदौर के सुयश हॉस्पिटल में 22 दिसंबर 2017 को हुआ. डॉक्टर सोनल श्राप ने आयुषी की डिलीवरी इंदौर में होने और बच्ची के बर्थ सर्टिफिकेट के होने का दावा किया है. वकिल ने एक बर्थ सर्टिफिकेट की जानकारी दी.
भय्यू महाराज सुसाइडः बच्ची के सवाल पर कोर्ट में रोई आयुषी
- आयुषी ने दो दिनों में दो सौ सवालों के दिए जवाब
डॉक्टर आयुषी से इंदौर की जिला कोर्ट में लगातार दूसरे दिन भी बयान जारी रहे. इस दौरान आरोपी पक्ष के वकील के साथ ही विभिन्न वकीलों ने डॉक्टर आयुषी से 200 से अधिक सवाल 2 दिनों में पूछ लिए. जिनमें से अधिकतर सवाल भय्यू महाराज और उनके बीच के रिश्तों को लेकर थे. इसी के साथ उनकी बच्ची और परिवार के अन्य सदस्यों से आयुषी का किस तरह का व्यवहार था? इसको लेकर भी वकीलों ने सवाल किए.