इंदौर। पुलिस अधिकारी एक तरफ आम जनता को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए विभिन्न तरह के जतन कर रहे हैं, तो वहीं विभाग मरीजों की सेवा में भी जुटा हुआ हैं. इसी कड़ी में एक अधिकारी डॉक्टर की भूमिका भी निभा रहे हैं. यह इसलिए क्योंकि उन्होंने पूर्व में एमबीबीएस और एमडी की डिग्री हासिल की थी. वक्त आने पर वह डॉक्टर के रूप में भी सेवा करने से पीछे नहीं हट रहे हैं. संक्रमित पुलिसकर्मियों को उपचार दे रहे हैं.
जब उन्हें डॉक्टर के रूप में सेवा करने का मौका मिला, तो वह पीछे नहीं हटे. संक्रमित पुलिसकर्मियों का उपचार करने लग गए.
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बेटा हैं कोरोना संक्रमित
एसपी राजेश सहाय का 14 वर्षीय बेटा भी कोरोना संक्रमित है, जिसका उपचार राजेश सहाय द्वारा ही किया जा रहा है. वहीं संक्रमित पुलिसकर्मियों का इलाज भी वहीं कर रहे हैं. अगर शहर की बात करें, तो तकरीबन 710 पुलिसकर्मी संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें नौ थाना प्रभारी, चार सीएसपी के साथ ही अन्य पुलिसकर्मी शामिल है. वहीं इस महामारी में दो पुलिसकर्मियों की मौत भी हो चुकी है. इसके अलावा 155 संक्रमित पुलिसकर्मी ठीक होकर वापस अपने घर लौट आए है.
एसपी डॉक्टर राजेश सहाय ने कहा कि वह अपने स्तर पर संक्रमित पुलिसकर्मियों की मदद कर रहे हैं. वहीं मेडिकल पुलिस विभाग के डॉक्टर दिनेश आचार्य का कहना है कि अगर किसी भी मरीज को बुखार या तकलीफ हों, तो हम उसको गाइड कर सकें, सपोर्ट कर सकें. डीआईजी मनीष कपूरिया का कहना है कि एक एसपी ऐसे है, जो शाखाओं की दो-दो भूमिका निभा रहे हैं. वह एक अच्छे अधिकारी है, जो स्पेशल ब्रांच का काम संभाल रहे है. साथ ही हॉस्पिटल में भी ड्यूटी दे रहे है.