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ETV भारत EXCLUSICE : इंदौर अग्निकांड में कई परिवारों के सपने खाक, जिनके लिए भव्य आशियाना बना रहे थे, वही शिकार हो गए

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Published : May 7, 2022, 11:52 AM IST

Updated : May 7, 2022, 2:08 PM IST

इंदौर की एक मल्टी में लगी आग से कई परिवारों के सपने खाक हो गए. जिस मल्टी में आग लगी उसी के सामने एक परिवार रहता है. ये परिवार अपने बेटे व बहू के लिए मल्टी के ठीक आगे मकान का विस्तार करवा रहे थे. इसलिए बहू-बेटे को इसी मल्टी में कुछ दिनों के लिए किराए पर रहने की सहमति दे दी. लेकिन उन्हें क्या पता था कि जिसके लिए अपने मकान को बड़ा करने की तैयारी कर रहे हैं, उनकी इतनी दर्दनाक मौत हो जाएगी.

Seven people burnt alive in a massive fire
इंदौर अग्निकांड

इंदौर। इंदौर के स्वर्ण बाग कॉलोनी में हुए भीषण अग्निकांड से 7 लोगों की जिंदा जल जाने से मौत हुई है. इस हादसे में एक परिवार ऐसा भी है, जो अपने बेटे और बहू के लिए इसी मल्टी के सामने मकान बनवा रहा था. निर्माण के दौरान बेटे व बहू को उन्होंने मल्टी में शिफ्ट किया था. इस अग्निकांड में बेटे-बहू दोनों की दम घुटने से मौत हो गई. अब स्थिति यह है कि जिन बच्चों के लिए माता-पिता मकान बनवा रहे थे, वे सुधबुध खो बैठे हैं.

भीषण अग्निकांड में सात लोग जिंदा जले

पति-पत्नी ने बाहर निकलने का प्रयास किया लेकिन नाकाम रहे : इंदौर की स्वर्ण बाग कॉलोनी में अग्निकांड का शिकार हुई इंसाफ पटेल की इस इमारत के सामने यह निर्माणाधीन मकान सिसोदिया परिवार का है. सिसोदिया परिवार का बेटा ईश्वर और बहू नीतू शादी के बाद सुविधापूर्ण तरीके से अपने ही घर में रह सकें, इसके लिए वह अपने घर के ऊपर भव्य मकान बनवा रहे थे. निर्माण के दौरान वे रहने की परेशानी के कारण अग्निकांड का शिकार हुई मल्टी में किराए से रह रहे थे. लेकिन दोनों को क्या पता था कि मकान के जो सपने बुने थे, वह उनके साथी मल्टी में जलकर खाक हो जाएंगे. रात में जब आग लगी तो ईश्वर और नीतू आग से बचकर बाहर निकलना चाहते थे, लेकिन रास्ते में जलती मोटरसाइकिलें और वाहनों के कारण उन्हें सीढ़ियों पर से नीचे निकलने का रास्ता नहीं मिला.

परिजन इंतजार करते रहे, मौत की खबर मिली : ऊपर से भी तेजी से बढ़ती आग के कारण वे धुएं में गिर गए. जब तक आग बुझ पाती, तब तक एक के बाद एक करके दोनों का दम घुट गया. हालांकि उनके निकलने का बाहर इंतजार करते उनके माता-पिता और परिजन दोनों को बचा पाते, इसके पहले ही दोनों बेसुध हो चुके थे. किसी तरह दोनों को जब अस्पताल पहुंचाया तो डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. अब स्थिति यह है कि परिवार में मातम पसरा है और दोनों के लिए बन रहे घर का निर्माण रोक दिया गया है. पीड़ित परिवार का इस घटना के बाद से रो-रो कर बुरा हाल है.

भीषण अग्निकांड में सात लोग जिंदा जले : बता दें कि इंदौर के विजय नगर क्षेत्र की स्वर्ण बाग कॉलोनी में शनिवार रात्रि में तीन बजे लगी भीषण आग से 7 लोग जिंदा जल गए. इस भीषण हादसे में कई लोग गंभीर रूप से झुलस गए. झुलसे लोगों को एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बताया जा रहा है कि यह आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी. मल्टी में खड़े वाहनों के कारण आग ने भीषण रूप ले लिया. पुलिस के मुताबिक, यह घटना देर रात हुई जब मल्टी में रहने वाले दर्जनों किराएदार सो रहे थे. आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी, जो मल्टी की पार्किंग में खड़े वाहनों के जलने से और फैल गई. धीरे-धीरे आग ने भीषण रूप ले लिया और देखते ही देखते मल्टी में रहने वाले लोग आग से घिर गए. कुछ लोग किसी तरह जान बचाकर पीछे से खिड़की तोड़कर निकले, जबकि इक्का-दुक्का लोग ही सीढ़ी से नीचे उतर पाए. इसी बीच कुछ महिलाएं और कुछ लोग आग में ही घिर गए, जिनकी जिंदा जलने से मौत हो गई. विजय नगर थाना प्रभारी तहजीब काजी के मुताबिक अग्निकांड में 7 लोगों की मौत हुई है और 4 से 5 लोग जलने के कारण गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने मृतकों के शव एमवाय अस्पताल में भेजे हैं. अग्निकांड में मृतकों की शिनाख्त नहीं हो पाई है. बताया जा रहा है कि मल्टी में बड़ी संख्या में किराएदार रहते थे, जो अग्निकांड के शिकार हो गए. मृतकों में महिलाएं भी शामिल हैं.

इंदौर अग्निकांडः सीएम शिवराज ने मृतक के परिजनों को 4-4 लाख रुपये देने का किया ऐलान, कहा- मौत की खबर अत्यंत ह्रदय विदारक

पड़ोसियों ने किए आग बुझाने के प्रयास लेकिन विफल रहे : मल्टी में आग लगते ही पड़ोसियों ने आग बुझाने की असफल कोशिश की. नीचे खड़े वाहनों में आग लगने के कारण लोग चाहकर भी कुछ नहीं कर पाए. देखते ही देखते आग पूरी मल्टी में फैल गई. यह मल्टी किसी इंसान पटेल की बताई जाती है, जिसमें करीब 10 प्लैट थे. इसमें किराएदार रह रहे थे, जिनमें से अधिकांश की मौत दम घुटने के कारण होनी बताई जा रही है. दरअसल, इतनी बड़ी संख्या में मौत का कारण मल्टी के दोनों ओर के रास्ते बंद हो जाने की वजह बताई जा रही है. शुरुआती पूछताछ में मृतकों में ईश्वर सिंह, नीतू, आशीष, गौरव, आकांक्षा के नाम सामने आ रहे हैं. ये कहां के रहने वाले हैं, इसकी जानकारी पुलिस पता कर रही है. अधिकांश मृतकों की उम्र 45 वर्ष के आसपास है.

फायर ब्रिगेड को भी नहीं मिला रास्ता : अग्निकांड की सूचना मिलने के बाद करीब एक घंटे तक फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी घटनास्थल पर नहीं पहुंच सकीं. सघन बस्ती होने और संकरा रास्ता होने के कारण फायर ब्रिगेड को भी मौके पर पहुंचने में काफी परेशानी आई. किसी तरह फायर ब्रिगेड पहुंची. फिर आग पर काबू पाया गया. फिलहाल मौके पर अफरा-तफरी का माहौल है. पुलिस पूरे घटनाक्रम की मौका स्थल पर जांच कर रही है.

इंदौर। इंदौर के स्वर्ण बाग कॉलोनी में हुए भीषण अग्निकांड से 7 लोगों की जिंदा जल जाने से मौत हुई है. इस हादसे में एक परिवार ऐसा भी है, जो अपने बेटे और बहू के लिए इसी मल्टी के सामने मकान बनवा रहा था. निर्माण के दौरान बेटे व बहू को उन्होंने मल्टी में शिफ्ट किया था. इस अग्निकांड में बेटे-बहू दोनों की दम घुटने से मौत हो गई. अब स्थिति यह है कि जिन बच्चों के लिए माता-पिता मकान बनवा रहे थे, वे सुधबुध खो बैठे हैं.

भीषण अग्निकांड में सात लोग जिंदा जले

पति-पत्नी ने बाहर निकलने का प्रयास किया लेकिन नाकाम रहे : इंदौर की स्वर्ण बाग कॉलोनी में अग्निकांड का शिकार हुई इंसाफ पटेल की इस इमारत के सामने यह निर्माणाधीन मकान सिसोदिया परिवार का है. सिसोदिया परिवार का बेटा ईश्वर और बहू नीतू शादी के बाद सुविधापूर्ण तरीके से अपने ही घर में रह सकें, इसके लिए वह अपने घर के ऊपर भव्य मकान बनवा रहे थे. निर्माण के दौरान वे रहने की परेशानी के कारण अग्निकांड का शिकार हुई मल्टी में किराए से रह रहे थे. लेकिन दोनों को क्या पता था कि मकान के जो सपने बुने थे, वह उनके साथी मल्टी में जलकर खाक हो जाएंगे. रात में जब आग लगी तो ईश्वर और नीतू आग से बचकर बाहर निकलना चाहते थे, लेकिन रास्ते में जलती मोटरसाइकिलें और वाहनों के कारण उन्हें सीढ़ियों पर से नीचे निकलने का रास्ता नहीं मिला.

परिजन इंतजार करते रहे, मौत की खबर मिली : ऊपर से भी तेजी से बढ़ती आग के कारण वे धुएं में गिर गए. जब तक आग बुझ पाती, तब तक एक के बाद एक करके दोनों का दम घुट गया. हालांकि उनके निकलने का बाहर इंतजार करते उनके माता-पिता और परिजन दोनों को बचा पाते, इसके पहले ही दोनों बेसुध हो चुके थे. किसी तरह दोनों को जब अस्पताल पहुंचाया तो डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. अब स्थिति यह है कि परिवार में मातम पसरा है और दोनों के लिए बन रहे घर का निर्माण रोक दिया गया है. पीड़ित परिवार का इस घटना के बाद से रो-रो कर बुरा हाल है.

भीषण अग्निकांड में सात लोग जिंदा जले : बता दें कि इंदौर के विजय नगर क्षेत्र की स्वर्ण बाग कॉलोनी में शनिवार रात्रि में तीन बजे लगी भीषण आग से 7 लोग जिंदा जल गए. इस भीषण हादसे में कई लोग गंभीर रूप से झुलस गए. झुलसे लोगों को एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बताया जा रहा है कि यह आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी. मल्टी में खड़े वाहनों के कारण आग ने भीषण रूप ले लिया. पुलिस के मुताबिक, यह घटना देर रात हुई जब मल्टी में रहने वाले दर्जनों किराएदार सो रहे थे. आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी, जो मल्टी की पार्किंग में खड़े वाहनों के जलने से और फैल गई. धीरे-धीरे आग ने भीषण रूप ले लिया और देखते ही देखते मल्टी में रहने वाले लोग आग से घिर गए. कुछ लोग किसी तरह जान बचाकर पीछे से खिड़की तोड़कर निकले, जबकि इक्का-दुक्का लोग ही सीढ़ी से नीचे उतर पाए. इसी बीच कुछ महिलाएं और कुछ लोग आग में ही घिर गए, जिनकी जिंदा जलने से मौत हो गई. विजय नगर थाना प्रभारी तहजीब काजी के मुताबिक अग्निकांड में 7 लोगों की मौत हुई है और 4 से 5 लोग जलने के कारण गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने मृतकों के शव एमवाय अस्पताल में भेजे हैं. अग्निकांड में मृतकों की शिनाख्त नहीं हो पाई है. बताया जा रहा है कि मल्टी में बड़ी संख्या में किराएदार रहते थे, जो अग्निकांड के शिकार हो गए. मृतकों में महिलाएं भी शामिल हैं.

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पड़ोसियों ने किए आग बुझाने के प्रयास लेकिन विफल रहे : मल्टी में आग लगते ही पड़ोसियों ने आग बुझाने की असफल कोशिश की. नीचे खड़े वाहनों में आग लगने के कारण लोग चाहकर भी कुछ नहीं कर पाए. देखते ही देखते आग पूरी मल्टी में फैल गई. यह मल्टी किसी इंसान पटेल की बताई जाती है, जिसमें करीब 10 प्लैट थे. इसमें किराएदार रह रहे थे, जिनमें से अधिकांश की मौत दम घुटने के कारण होनी बताई जा रही है. दरअसल, इतनी बड़ी संख्या में मौत का कारण मल्टी के दोनों ओर के रास्ते बंद हो जाने की वजह बताई जा रही है. शुरुआती पूछताछ में मृतकों में ईश्वर सिंह, नीतू, आशीष, गौरव, आकांक्षा के नाम सामने आ रहे हैं. ये कहां के रहने वाले हैं, इसकी जानकारी पुलिस पता कर रही है. अधिकांश मृतकों की उम्र 45 वर्ष के आसपास है.

फायर ब्रिगेड को भी नहीं मिला रास्ता : अग्निकांड की सूचना मिलने के बाद करीब एक घंटे तक फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी घटनास्थल पर नहीं पहुंच सकीं. सघन बस्ती होने और संकरा रास्ता होने के कारण फायर ब्रिगेड को भी मौके पर पहुंचने में काफी परेशानी आई. किसी तरह फायर ब्रिगेड पहुंची. फिर आग पर काबू पाया गया. फिलहाल मौके पर अफरा-तफरी का माहौल है. पुलिस पूरे घटनाक्रम की मौका स्थल पर जांच कर रही है.

Last Updated : May 7, 2022, 2:08 PM IST
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