इंदौर। शहर में भारतीय स्टेट बैंक की सियागंज शाखा में बैंक मैनेजर और एक कर्मचारी के द्वारा किए गए करोड़ों के घोटाले में EOW कई दिनों से जांच में जुटी हुई है. इस मामले में EOW के अधिकारियों के हाथ कई तरह के दस्तावेज भी लगे हैं. EOW का कहना है कि इस मामले में कई और लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज हो सकता है.
ईओडब्ल्यू ने भारतीय स्टेट बैंक की सियागंज शाखा की प्रबंधक रहीं श्वेता सुरोईवाला सहित कर्मचारी कौस्तुभ सिंगारे के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी की धाराओं में केस दर्ज किया है. बैंक के दोनों कर्मचारियों पर 49 खातों से तीन करोड़ रुपए निकालने का आरोप है. ईओडब्ल्यू एसपी धनंजय शाह का कहना है कि खाता धारक कैश जमा कराने आते थे, लेकिन कैश उनके खातों में जमा ना करके दूसरे खातों में ट्रांसफर किया जाता था. बाद में दोनों कर्मचारी मिलकर उन खातों से पैसे निकाल लेते थे.
यही नहीं पर्सनल लोन, वाहन और होम लोन भी अधूरे दस्तावेजों पर दिए गए हैं. ईओडब्ल्यू एसपी धनंजय शाह ने बताया कि होम लोन के कई ऐसे मामले भी सामने आए हैं जिसमें आवेदक को ही पता नहीं है कि उनके नाम पर लोन जारी हो गया है. मामले का खुलासा तब हुआ जब खाताधारकों के द्वारा शिकायत की गई थी कि बैंक मैनेजर श्वेता और कौस्तुभ खातों से राशि हड़प रहे हैं. आए दिन इस बात को लेकर बैंक में विवाद भी होते रहते हैं. शिकायत के बाद प्रकरण जांच में लिया गया अब इस मामले की EOW जांच करने में जुटी हुई है.