इंदौर। निकाय चुनाव को लेकर बन रहे माहौल के बीच शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने आगामी नगर निगम चुनाव के लिए शहर के 85 वार्डों में कांग्रेसियों मे समन्वय स्थापित करने और प्रत्याशियों को चुनाव जिताने में मदद करने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की 33 सदस्यीय समन्वय समिति गठित की है. इसकी सूची हाल ही में जारी हुई है. इस सूची में कांग्रेस ने 7 साल की सजायाफ्ता नेता संजय खादीवाला को भी शामिल कर लिया.
धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े के आरोप : संजय खादीवाला हाल ही में जेल से छूटकर आया है. उस पर धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े के आरोप में जिला न्यायालय ने 25 जनवरी 2022 को सात साल कठोर कारावास की सजा सुनाई थी. उस पर 55 हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया था, जिसके बाद वे करीब 4 महीने तक जेल में रहा. अब पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा की सिफारिश पर उसे कांग्रेस की समन्वय समिति में जगह दे दी गई है.
जमीनों की रजिस्ट्री में हेराफेरी का मास्टरमाइंड : गौरतलब है कि संजय खादीवाला जमीनों की रजिस्ट्री में हेराफेरी का मास्टरमाइंड है. बताया जा रहा है कि उस पर करीब 35 से ज्यादा फर्जीवाडे़ के केस हैं. ऐसे में कांग्रेस की समन्वय समिति में उसे शामिल करने से न केवल बीजेपी बल्कि कांग्रेस में भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिरकार नेताओं की क्या मजबूरी है कि ऐसे दागी व्यक्ति को समन्वय समिति में जगह देनी पड़ी. इससे चुनाव में पार्टी की छवि खराब हो रही है. बताया जाता है कि इंदौर का खादीवाला परिवार प्रतिष्ठित परिवार है. इन्दौर के पहले सांसद और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कन्हैयालाल खादीवाला भी इसी परिवार से हैं. उन्हीं के गांधी भवन ट्रस्ट में कांग्रेस का कार्यालय भी चल रहा है. (Sanjay Khadiwala Joins Congress committee) (MP Congress News) (Indore Congress Tainted Leader)