इंदौर। शिवसेना सांसद संजय राउत ने पश्चिम बंगाल में तीसरी बार विधानसभा चुनाव जीतकर मुख्यमंत्री बनने वाली ममता बनर्जी की तुलना देवी अहिल्या से की है, जिसके बाद इसे लेकर राजनीतिक घमासान छिड़ गया है. संजय राउत के बयान पर बीजेपी के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने शुक्रवार को इंदौर में कहा, "संजय राउत का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है, उन्होंने शायद अहिल्या बाई को पढ़ा नहीं है, इसे मैं अहिल्या बाई का अपमान मानता हूं, उन्हें इसके लिए क्षमा मांगनी चाहिए."
- बीजेपी सांसद लालवानी ने भी जाहिर की नाराजगी
अहिल्या बाई को लेकर संजय राउत के बयान पर इंदौर से बीजेपी सांसद लालवानी ने भी बेहद नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि बकवास करना संजय राउत की आदत है, लेकिन माता अहित्या का अपमान सहन नहीं होगा और राउत को इसके लिए मांफी मांगनी चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि सुशासन की प्रतीक माता अहित्या की तुलना ममता से करने वालों को बिना देरी मांफी मांगनी चाहिए. वहीं, अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए सांसद लालवानी ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे पर भी निशाना साधा है.
'हिजाब पहनने वाली ममता अब खुद को बता रही ब्राह्मण'
- बंगाल में बीजेपी की हार के बाद राउत की टिप्पणी
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी की करारी हार के बाद संजय रावत ने यह टिप्पणी की थी. बीजेपी सांसद शंकर लालवनी और कैलाश विजयवर्गीय के इस बयान पर आपत्ति के बाद इंदौर से संजय रावत का व्यापक विरोध शुरू हो सकता है. वहीं, शुक्रवार को इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय ने ईएसआईसी के अस्पताल को जन सहयोग से विकसित करने को लेकर आयोजित कार्यक्रम में संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर के उस बयान का भी समर्थन किया जिसमें उषा ठाकुर ने यज्ञ के जरिए कोरोना संक्रमण से बचने का दावा किया था. इस दौरान कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि अब इंदौर में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है. कोरोना की तीसरी लहर को लेकर भी व्यापक तैयारियां की गई हैं.