इंदौर। पश्चिम बंगाल में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के काफिले पर हुए हमले के बाद बीजेपी में बेहद आक्रोश है. घटना के बाद से ही देश भर में बीजेपी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और TMC का विरोध कर रही है. लगातार पुतला दहन के बाद इंदौर के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने आम सड़कों पर फुटप्रिट वाले ममता बनर्जी के पोस्टर चिपकाएं हैं, जिनके उपर से वाहन गुजर कर जा रहे हैं.
पोस्टर में बनाए गए फुटप्रिंट
इंदौर का सड़कों में ममता बनर्जी के जो पोस्टर चिपकाए गए है, उनके विरोध के रूप में फुटप्रिंट को प्रिंट कराया गया है. जिसे राहगीरों के वाहन और पैदल चल रहे लोग रौंद रहे हैं. इससे पहले इंदौर के सभी वार्डों में ममता बनर्जी को विरोध करते हुए उनका पुतला जलाया गया था.
किसने बनवाए ये पोस्टर
कैलाश विजयवर्गीय समर्थक राजेश बिड़कर ने कोलकाता में हुई घटना पर विरोध करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के जो पोस्टर तैयार कराए थे. जिसे पार्टी कार्यकर्ताओं ने बारी बारी से सड़कों पर चिपकाना शुरु कर दिया. इस दौरान भाजपा कार्यकर्ता राजेश बुनकर ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस हार की आशंका से भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले करवा रही है.
ममता के राज में लोकतंत्र पर संकट
राजेश बिड़कर ने कहा कि एक राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष और महासचिव पर पथराव करना यह प्रमाणित करता है कि वहां लोकतंत्र नाम की कोई चीज नहीं बची है. लिहाजा मध्य प्रदेश के भाजपा कार्यकर्ता इस घटना पर अपना तरह-तरह से विरोध कर रहे हैं.
क्यों हो रहा है ममता का विरोध
10 दिसंबर को पश्चिम बंगाल में टीएमसी और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हुई थी, पश्चिम बंगाल के डायमंड हार्बर में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमला किया गया था. जेपी नड्डा के बंगाल आगमन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने उनके काफिले को रोकने की कोशिश की थी इसी दौरान पथराव किया गया था, तभी से राजनीति गरमा गई है.