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सूर्य ग्रहण के बाद देश में होंगे राजनीतिक और आर्थिक परिवर्तनः पंडित रामचंद्र शर्मा - Mool Nakshatra

कंकड़ आकृति सूर्य ग्रहण 58 साल बाद मोनी अमावस्या पर पड़ा है, जिसका खासा महत्व है. ज्योतिष और ग्रह नक्षत्रों के जानकारों के अनुसार पौष मास के मूल नक्षत्र और धनु राशि में पड़ने वाला सूर्य ग्रहण दूरगामी परिणाम के अलावा धर्म की राजनीति बढ़ाने और व्यापार व्यवसाय में मंदी का सूचक माना गया है.

Pebble shape solar eclipse
कंकड़ आकृति सूर्य ग्रहण
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Published : Dec 26, 2019, 7:47 PM IST

Updated : Dec 26, 2019, 11:57 PM IST

इंदौर। कंकड़ आकृति सूर्य ग्रहण 58 साल बाद मोनी अमावस्या पर पड़ने के कारण देश, दुनिया और भारत के लिए खासा महत्व रखता है. ज्योतिष और ग्रह नक्षत्रों के जानकारों के अनुसार पौष मास के मूल नक्षत्र और धनु राशि में पड़ने वाला सूर्य ग्रहण दूरगामी परिणाम के अलावा धर्म की राजनीति बढ़ाने और व्यापार व्यवसाय में मंदी का सूचक माना गया है.

कंकड़ आकृति सूर्य ग्रहण

सूर्य ग्रहण का आगामी प्रभाव

ज्योतिष और ग्रह नक्षत्र विशेषज्ञ पंडित रामचंद्र शर्मा ने बताया कि वैदिक के अनुसार 26 दिसंबर को बड़े सूर्य ग्रहण का प्रभाव आगामी 45 दिनों तक रहेगा, जिसमें धर्म की राजनीति बढ़ने से हिंसा की घटनाएं होंगी. इसके अलावा व्यवसाय, व्यापार, महंगाई और आर्थिक मंदी की चुनौती रहेगी. पंडित रामचंद्र शर्मा के अनुसार भारत में करीब 2 घंटे 50 मिनट तक सूर्य ग्रहण रहा. वहीं सूर्य ग्रहण विभिन्न राशियों के जातकों पर भी अलग-अलग प्रभाव डालेगा. जिसका सबसे अधिक दुष्प्रभाव धनु राशि वाले जातकों पर देखने को मिलेगा. गौरतलब है कि 58 साल पहले भी भारत-चीन युद्ध के दौरान 7 ग्रहों की युति एक साथ हुई थी, जिसके कारण भारत को युद्ध का सामना करना पड़ा था, हालांकि अब फिर 6 ग्रहों की युति एक साथ हुई है. जिसका दूरगामी असर भारत में देखने को मिलेगा.

इन राशियों के लिए रहेगा प्रभाव

कुंभ, कर्क, तुला और मीन राशि वालों के लिए सूर्यग्रहण शुभ फलदाई होगा. वहीं मेष, मिथुन, सिंह और वृश्चिक राशि वालों के लिए सूर्य ग्रहण मिश्रित फलदाई रहेगा. इसके अलावा वृषभ, कन्या, धनु और मकर राशि वाले लोगों के लिए सूर्य ग्रहण के अशुभ फल प्रतीत होंगे.

इंदौर। कंकड़ आकृति सूर्य ग्रहण 58 साल बाद मोनी अमावस्या पर पड़ने के कारण देश, दुनिया और भारत के लिए खासा महत्व रखता है. ज्योतिष और ग्रह नक्षत्रों के जानकारों के अनुसार पौष मास के मूल नक्षत्र और धनु राशि में पड़ने वाला सूर्य ग्रहण दूरगामी परिणाम के अलावा धर्म की राजनीति बढ़ाने और व्यापार व्यवसाय में मंदी का सूचक माना गया है.

कंकड़ आकृति सूर्य ग्रहण

सूर्य ग्रहण का आगामी प्रभाव

ज्योतिष और ग्रह नक्षत्र विशेषज्ञ पंडित रामचंद्र शर्मा ने बताया कि वैदिक के अनुसार 26 दिसंबर को बड़े सूर्य ग्रहण का प्रभाव आगामी 45 दिनों तक रहेगा, जिसमें धर्म की राजनीति बढ़ने से हिंसा की घटनाएं होंगी. इसके अलावा व्यवसाय, व्यापार, महंगाई और आर्थिक मंदी की चुनौती रहेगी. पंडित रामचंद्र शर्मा के अनुसार भारत में करीब 2 घंटे 50 मिनट तक सूर्य ग्रहण रहा. वहीं सूर्य ग्रहण विभिन्न राशियों के जातकों पर भी अलग-अलग प्रभाव डालेगा. जिसका सबसे अधिक दुष्प्रभाव धनु राशि वाले जातकों पर देखने को मिलेगा. गौरतलब है कि 58 साल पहले भी भारत-चीन युद्ध के दौरान 7 ग्रहों की युति एक साथ हुई थी, जिसके कारण भारत को युद्ध का सामना करना पड़ा था, हालांकि अब फिर 6 ग्रहों की युति एक साथ हुई है. जिसका दूरगामी असर भारत में देखने को मिलेगा.

इन राशियों के लिए रहेगा प्रभाव

कुंभ, कर्क, तुला और मीन राशि वालों के लिए सूर्यग्रहण शुभ फलदाई होगा. वहीं मेष, मिथुन, सिंह और वृश्चिक राशि वालों के लिए सूर्य ग्रहण मिश्रित फलदाई रहेगा. इसके अलावा वृषभ, कन्या, धनु और मकर राशि वाले लोगों के लिए सूर्य ग्रहण के अशुभ फल प्रतीत होंगे.

Intro:आज देशभर में देखा गया साल का अंतिम कंकर आकृति सूर्य ग्रहण 58 वर्ष बाद मोनी अमावस्या पर पड़ने के कारण देश दुनिया और भारत के लिए खासा महत्व रखता है ज्योतिष एवं ग्रह नक्षत्रों के जानकारों के अनुसार पौष मास में मूल नक्षत्र और धनु राशि में पड़ने वाला सूर्य ग्रहण दूरगामी परिणाम के अलावा धर्म की राजनीति बढ़ाने और व्यापार व्यवसाय मैं मंदी का सूचक माना गया है


Body:आज कंकड़ आकृति सूर्य ग्रहण की भविष्य आधारित व्याख्या करते हुए ज्योतिष एवं ग्रह नक्षत्र विशेषज्ञ पंडित रामचंद्र शर्मा वैदिक के अनुसार 26 दिसंबर को बड़े सूर्य ग्रहण का प्रभाव आगामी 45 दिनों तक रहेगा जिसमें धर्म की राजनीति बढ़ने से हिंसा की घटनाएं होंगी इसके अलावा व्यवसाय व्यापार महंगाई और आर्थिक मंदी की चुनौती खेलेगा श्री शर्मा के अनुसार भारत में 10:49 तक करीब 2 घंटे 50 मिनट रहा सूर्य ग्रहण विभिन्न राशियों के जातकों पर भी अलग-अलग प्रभाव डालेगा जिसका सबसे अधिक दुष्प्रभाव धनु राशि वाले जातकों पर देखने को मिलेगा गौरतलब है 58 वर्ष पूर्व भी भारत चीन युद्ध के दौरान 7 ग्रहों की युति एक साथ हुई थी जिसके कारण भारत को युद्ध का सामना करना पड़ा था हालांकि अब फिर 6 ग्रहों की युति एक साथ हुई है जिसका दूरगामी असर भारत में भी दिखेगा

इन राशियों के लिए रहेगा ऐसा प्रभाव
धनु राशि के लोगों के लिए यह सूर्यग्रहण अशोक साबित हो सकता है जबकि कुंभ कर्क तुला और मीन राशि वालों के लिए यह सूर्यग्रहण शुभ फलदाई होगा वही मेष मिथुन सिंह और वृश्चिक राशि वालों के लिए सूर्य ग्रहण मिश्रित फलदाई रहेगा इसके अलावा वृषभ कन्या धनु और मकर राशि वाले लोगों के लिए सूर्य ग्रहण के अशुभ फल प्रतीत होंगे श्री शर्मा के अनुसार ऐसा इसलिए भी है क्योंकि धनु राशि जाने बृहस्पति प्रधान राशि इसमें सम्मिलित है


Conclusion:बाइट पंडित रामचंद्र शर्मा वैदिक ज्योतिष एवं ग्रह नक्षत्र विशेषज्ञ
Last Updated : Dec 26, 2019, 11:57 PM IST
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