इंदौर। भले ही कंधे पर बंदूक टांगना ग्वालियर-चंबल की शान है, घर में हथियार रखने का रिवाज है, पर मालवा-निमाड़ क्षेत्र आजकल अवैध हथियार बनाने का गढ़ बन गया है, वहां निर्मित हथियारों की सप्लाई कई राज्यों में की जा रही है. हाल ही में पंजाब पुलिस ने खंडवा से कुछ तस्करों को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद प्रदेश की काफी किरकिरी हुई. हालांकि, पुलिस अवैध हथियारों की फैक्ट्री से लेकर तस्करी तक के खिलाफ कार्रवाई को लेकर मुस्तैद है. फिर भी पुलिस का सर्विलांस सिस्टम तस्करों के नेटवर्क को ट्रेस नहीं कर पा रहा है.
एमपी कंट्री मेड हथियार सप्लाई करने का बड़ा अड्डा बनता जा रहा है, हाल ही में पंजाब पुलिस ने अपराधियों को पिस्टल सप्लाई करने वाले ऐसे नेटवर्क का खुलासा किया था, पंजाब पुलिस ने हथियार तस्कर बलजीत सिंह उर्फ स्वीटी को बड़वानी स्थित उसके गांव से पकड़ा था. उसके पास से तीन पिस्टल भी बरामद किया था, स्वीटी 'आजाद ग्रुप मुंगेर' नाम से यूट्यूब चैनल चला रहा था, जिसके जरिये अवैध हथियारों के फोटो-वीडियो शेयर कर मार्केटिंग करता था, बाकी डील वह व्हाट्सएप पर फाइनल करता था.
पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने कहा कि मप्र के बड़वानी जिले के उमरती गांव निवासी स्वीटी सिंह पंजाब सहित उत्तर भारत के अन्य राज्यों में उच्च गुणवत्ता वाले अवैध हथियारों के निर्माण-आपूर्ति में लिप्त पाया गया है. कपूरथला पुलिस ने दो दिन पहले उसे गिरफ्तार कर उसके पास से 32 बोर की तीन पिस्टल, तीन मैगजीन भी बरामद की है. पूछताछ में स्वीटी ने बताया कि उसके गांव के करीब 20 से अधिक घर अवैध हथियारों के निर्माण-बिक्री कारोबार में शामिल थे. कपूरथला के फत्तूधींगा थाने में उसके खिलाफ मामला दर्ज हुआ था. पंजाब DGP ने कहा कि देश के गैंगस्टर्स और अपराधियों को टॉप क्वालिटी के हथियार सप्लाई करने में एमपी तेजी से उभर रहा है.
आईजी हरिनारायण चारी मिश्र ने भी माना कि मालवा-निमाड़ क्षेत्र के इंदौर, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन के अलावा अलीराजपुर जिले में दूसरे राज्यों की पुलिस कार्रवाई कर चुकी है. इंदौर के आसपास कुछ जगहों पर अवैध हथियार बनाने वाले मौजूद हैं, उन्हीं के माध्यम से प्रदेश व देश के अन्य राज्यों में हथियार सप्लाई किया जा रहा है, जिसे रोकने के लिए पुलिस कई तरह की कार्रवाई कर चुकी है, आगे भी कर रही है. साथ ही ऐसे लोगों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के प्रयास भी किए जा रहे हैं.
इंदौर के नजदीक बुरहानपुर, धार, खरगोन, बड़वानी में ऐसी कई जगह हैं, जहां बड़ी संख्या में अवैध हथियार बनाए जाते हैं, जहां समय-समय पर पुलिस कार्रवाई करती रही है, बावजूद इसके अवैध हथियारों का निर्माण-सप्लाई जारी है. देश के अलग-अलग राज्यों में भी इस तरह की घटनाएं सामने आती रहती हैं, पुलिस तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करती रही है, जिसे आने वाले दिनों में तेज किया जाएगा.
MP में फिर 'लाल सलाम' की एंट्री ! नक्सलियों को सप्लाई होने वाले हथियार का जखीरा मिला, 8 गिरफ्तार
आमतौर पर गरीब तबके के लोग हथियार बनाने का काम करते हैं, जिसमें सामान्य तौर पर देसी पिस्टल प्रमुखता से बनाया जाता है. साथ ही मांग के अनुरूप डिमांड पूरी की जाती है. विशेष मांग पर अलग-अलग तरह के पिस्टल व बंदूक भी बनाते हैं. जब वहां की पुलिस इसकी पड़ताल करती है तो निश्चित तौर पर इंदौर के आसपास के जिलों जहां पर अवैध हथियार तैयार किए जाते हैं, वहां का भी लिंक निकालता है, जब भी इंदौर पुलिस को सूचना मिलती है तो पुलिस कार्रवाई करती है. अब देखना होगा कि आने वाले समय में अवैध हथियार बनाने वालों पर किस तरह के कार्रवाई करती है.