ETV Bharat / state

अब कोरोना से बचाएगा कुकर ! पुलिस ने कुकर से किया भाप लेने का इंतजाम

कोरोना महामारी से बचने के लिए सभी नए-नए तरीकों का इस्तेमाल कर रहे है. इसी कड़ी में इंदौर के अन्नपूर्णा थाने में पुलिसकर्मियों को कोरोना से बचाने के लिए कुकर के जुगाड़ से भाप लेने की व्यवस्था की गई है.

author img

By

Published : Oct 6, 2020, 1:26 PM IST

steam to be taken from cooker
कुकर से भाप की व्यवस्था

इंदौर। देश में कोरोना वायरस ने लोगों की जिंदगी पूरी तरह से बदल दी है, जहां सोशल डिस्टेंसिंग से लेकर अन्य कई उपकरण कोरोना वायरस से बचने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. इसी कड़ी में अन्नपूर्णा थाना पर भाप का कुकर देखा गया है. जो कोरोना वायरस को गले में ही समाप्त करने लिए लाभकारी बताया जा रहा है.

कुकर से भाप की व्यवस्था

इंदौर शहर अविष्कार के लिए एक अलग ही पहचान रखता है, इसको लेकर इंदौर के अन्नपूर्णा थाना पर एक ऐसा भाप का कुकर लगाया गया है. जो पुलिसकर्मियों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए लाभकारी बताया जा रहा है. इस कुकर की दो नलियां आमने सामने वाले व्यक्ति को आसानी से भाप देने के लिए बनाई गई है. इस कुकर में सीटी की भी आवाज आती है.

ये भी पढ़े- जबलपुर की फ्लाईओवर 'पॉलिटिक्स', अब नहीं बदलेगी कोई डिजाइन: राकेश सिंह

डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना कुछ समय के लिए गले की सतह पर रहता है, उसी के बाद वह श्वास नली तक पहुंचता है और धीरे-धीरे पूरे शरीर पर पहुंचता है. अगर इस कोरोना वायरस को गले में ही खत्म कर दिया जाए तो वह आगे नहीं बढ़ पाता है. जिसको लेकर ध्यान में रखते हुए इस तरीके के कुकर का अविष्कार किया गया है.

इंदौर। देश में कोरोना वायरस ने लोगों की जिंदगी पूरी तरह से बदल दी है, जहां सोशल डिस्टेंसिंग से लेकर अन्य कई उपकरण कोरोना वायरस से बचने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. इसी कड़ी में अन्नपूर्णा थाना पर भाप का कुकर देखा गया है. जो कोरोना वायरस को गले में ही समाप्त करने लिए लाभकारी बताया जा रहा है.

कुकर से भाप की व्यवस्था

इंदौर शहर अविष्कार के लिए एक अलग ही पहचान रखता है, इसको लेकर इंदौर के अन्नपूर्णा थाना पर एक ऐसा भाप का कुकर लगाया गया है. जो पुलिसकर्मियों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए लाभकारी बताया जा रहा है. इस कुकर की दो नलियां आमने सामने वाले व्यक्ति को आसानी से भाप देने के लिए बनाई गई है. इस कुकर में सीटी की भी आवाज आती है.

ये भी पढ़े- जबलपुर की फ्लाईओवर 'पॉलिटिक्स', अब नहीं बदलेगी कोई डिजाइन: राकेश सिंह

डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना कुछ समय के लिए गले की सतह पर रहता है, उसी के बाद वह श्वास नली तक पहुंचता है और धीरे-धीरे पूरे शरीर पर पहुंचता है. अगर इस कोरोना वायरस को गले में ही खत्म कर दिया जाए तो वह आगे नहीं बढ़ पाता है. जिसको लेकर ध्यान में रखते हुए इस तरीके के कुकर का अविष्कार किया गया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.