इंदौर। जिले में महाराष्ट्र से कई लोग पलायन कर रहे हैं. हालांकि प्रदेश की सीमाओं पर पहुंचने पर उन्हें सरकार की बसें और अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं. बड़ी तादात में लोग निजी वाहन से वापस घरों की ओर लौट रहे हैं. प्रवासियों की मदद के लिए शहर के लोग मदद के लिए बायपास पर डटे हुए हैं.
कोरोना से चल रही लड़ाई में अभी तक शहर के लोगों ने हार नहीं मानी है. बायपास से गुजरने वाले लोगों को जरुरी दवाइयां, खाने के पैकेट, कपड़े और जूते-चप्पल दिए जा रहे हैं. इंदौर शहर स्वच्छता के लिए पूरे देश में जाना जाता है. कोरोना से लड़ाई के लिए भी इंदौर शहर की तारीफ हो रही है.
कुछ दिनों पहले महाराष्ट्र से निकले मजदूरों के पलायन की तस्वीरें सामने आने के बाद हर कोई इनकी मदद करने के लिए तैयार हो गया. मीडिया में खबर आने के बाद सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया और मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए बस, ट्रेन और अन्य साधनों की व्यवस्था की है. इंदौर बायपास पर किया जा रहा सेवा कार्य पिछले 2 महीने से चल रहा है.