इंदौर। ग्रेटर कैलाश अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए परिजनों से लूट खसोट जारी है, जो गरीब परिजन अस्पताल में लाखों रुपए चुकाने की स्थिति में नहीं है, उन्हें डेड बॉडी तक नहीं दी जा रही है. लिहाजा पीड़ितों ने अस्पताल में नारेबाजी कर जमकर हंगामा किया.
5 लाख का थमाया बिल
ग्रेटर कैलाश अस्पताल में अस्पताल प्रबंधक कोरोना संक्रमित खंडवा निवासी सलीम और शहजादी बी नामक मरीज का इलाज करते रहे. जैसे ही शहजादी बी नामक मरीज की मौत हुई, वैसे ही 5 लाख रुपए का बकाया बिल मृतका के परिजनों को दे दिया गया.
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परिजनों का आरोप है कि 15 दिन के इलाज के बाद बताया गया कि मृतका को कोरोना नही था. इसके बावजूद मरीज से 15 दिन से मिलने तक नहीं दिया गया. कुल 5 लाख रुपये का बिल थमा दिया गया, जबकि पहले भी ढाई लाख रुपये जमा कर चुके है.
इस बात से नाराज मरीज के परिजनों ने अस्पताल के रिसेप्शन पर जमकर हंगामा कर दिया. हालांकि, करीब 4 घंटे बाद किसी तरह अस्पताल प्रबंधन द्वारा मरीज के परिजनों को शव सौंपा गया.