इंदौर। देशभर में स्वच्छता को लेकर क्लीन सिटी का अवार्ड पाने वाले इंदौर में अब भू-माफिया का भी सफाया करने के लिए ऑपरेशन क्लीन अभियान शुरू किया गया है. शहर में शासकीय भूमि का सौदा करने वाले और अवैध कालोनियां बसाकर उन पर प्लाट बेचने वाले भू-माफिया अब इस अभियान के तहत जेल भेजे जाएंगे. इसके अलावा शहर भर में शासकीय भूमि का चयन कर उसे अतिक्रमण मुक्त भी बनाया जाएगा.
विभिन्न अवसरों पर जिला प्रशासन को आम लोगों की ओर से यह शिकायत प्राप्त हो रही थी, कि वह भू-माफिया के चंगुल में फंसकर शासकीय नजूल सीलिंग या ग्रीन बेल्ट की जमीन पर बसाई गई अवैध कालोनियों में मकान या प्लाट खरीद कर अपने जीवन भर की पूंजी गवा चुके हैं. इसके अलावा शहर भर में दर्जनों स्थानों पर भू-माफिया और रसूखदार लोगों ने कब्जा करके बड़ी-बड़ी इमारतें बना रखी हैं.
क्या है 'ऑपरेशन क्लीन अभियान'
भू-माफिया को सबक सिखाने के लिए जिला प्रशासन ने ऑपरेशन क्लीन अभियान शुरू किया है. इसके अंतर्गत असामाजिक तत्वों द्वारा किए गए अवैध अतिक्रमण के विरोध में विशेष अभियान के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी. इस अभियान के तहत शहर में एक सूचना तंत्र विकसित कर अवैध कब्जों पर शासकीय सुविधाओं की जानकारी जुटाई जाएगी. यही नहीं अब भूमियों को आईटी सर्विलेंस के दायरे में लाकर उनकी सैटेलाइट इमेज के द्वारा भी निगरानी की जाएगी.
इसके अलावा जिले के शासकीय सेवकों को भी शासकीय भूमि के संरक्षण का दायित्व भी दिया जाएगा. इस स्थिति के बावजूद जो भी भू-माफिया भूमि संबंधी अपराधों में लिप्त पाए जाएंगे उनके खिलाफ आपराधिक प्रकरण के तहत कार्रवाई की जाएगी. इतना ही नहीं इस अनूठे अभियान के अंतर्गत शासकीय भूमि के संबंध में यदि कोई नोटरी की जाती है तो बिना परीक्षण के नोटरी पर जमीन के सौदे के आरोप में संबंधित नौकरीकर्ता के खिलाफ भी वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.