इंदौर। ऑनलाइन ठगी की वारदात लगातार सामने आ रही है. इसी कड़ी में आरोपी ने बैंक अधिकारी बनकर धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दे गया. फिलहाल इस पूरे मामले में शिकायतकर्ता ने राज्य साइबर सेल को शिकायत की है. राज्य साइबर सेल पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी है.
क्रेडिट कार्ड का मायाजाल
क्रेडिट कार्ड घर पर आते ही बैंक अधिकारी के नाम से फोन आता है और कार्ड को एक्टिवेट करने के लिए ओटीपी मांगा जाता है. जैसे ही ओटीपी बताया कि आपके खाते से रुपए खाली हो जाते हैं. बैंक का फर्जी मैसेज आने पर ग्राहक को पता चलता है कि वह ठगी का शिकार हो गया है. ऐसे कई मामले साइबर सेल के पास पहुंचे हैं जिसमें खासकर एसबीआई और आरबीआई के ग्राहक शिकार हुए हैं. अब सेल की टीम जांच में जुटी है.
12 से अधिक शिकार हुए ग्राहक
यूं तो बैंक अधिकारी बनकर लोगों से ओटीपी लेकर ठगी के कई मामले आए दिन सामने आते रहते हैं लेकिन पिछले कुछ दिनों से एसबीआई और आरबीआई के कई ग्राहक ठगी का शिकार हुए हैं. इनके खाते से 20 हजार से लेकर 50000 तक निकाल दिए गए. कुछ और बैंकों के ग्राहकों के साथ भी ऐसे घटनाएं हुई है लेकिन इन दो बैंकों के 12 से अधिक ग्राहक शिकार हुए हैं.
ओटीपी से लेकर शिकार तक की कहानी
साइबर सेल के सूत्रों का कहना है कि क्रेडिट कार्ड घर आते ही फोन आना यह एक रहस्य बना हुआ है. आशंका है कि बैंक से जुड़ा कोई डेटा ठग गिरोह को उपलब्ध करवाया जा रहा है, जिसके चलते वह तुरंत फोन कर ग्राहक से संपर्क करता है. ग्राहक को भी लगता है कि कार्ड आया है तो बैंक से ही फोन आया होगा इसके चलते वह ओटीपी बता देता है और शिकार हो जाते हैं. बैंक खाते से रुपए निकालने का मैसेज आने पर उसे पता चलता है कि उसके साथ ठगी हो गई है फिलहाल राज्य साइबर सेल की टीम इस गुत्थी को सुलझाने में लगी और कुछ संबंधित बैंकों से जानकारी भी ले रही है ताकि ठग तक पहुंचा जा सके.
अलग अलग तरीके से हो रही है ठगी
ऑनलाइन तरीके से अलग अलग तरह से ठगी की वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है. फिलहाल पहले भी इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं. वहीं इस पूरे मामले में राज्य साइबर सेल लगातार बारीकी से जांच पड़ताल में जुटी हुई है. वह लगातार जांच पड़ताल की जा रही है. राज्य साइबर सेल के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस तरह की ठगी करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.