इंदौर। देश में इंदौर की पहचान सबसे साफ-सुथरे शहर के तौर पर होती है, अब इसे पर्यावरण के मामले में भी नई पहचान दिलाने की मुहिम शुरू की गई है. इसके तहत हर घर में एक पौधा लगाया जा रहा है. इस मुहिम के तहत सार्वजनिक और महत्वपूर्ण स्थानों पर दो लाख पौधे 15 अगस्त तक लगाने का लक्ष्य रखा गया है. इंदौर में 'हर घर एक पेड़' अभियान की शुरुआत हरियाली अमावस्या के मौके पर हुई है, लोखण्डे पुल के पास सरस्वती नदी के किनारे पौधरोपण करते हुए सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि इंदौर पर्यावरण संरक्षण में हमेशा आगे रहता है, इसका सबसे बड़ा प्रमाण यह है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्लीन एयर केटलास्ट प्रोग्राम में इंदौर ने उच्च स्तर पर स्थान प्राप्त किया है. पर्यावरण में सुधार के लिये जरूरी है कि शहर में वृहद स्तर पर पौधारोपण किया जाये. पर्यावरण संरक्षण के कार्य के बदौलत इंदौर में प्रदूषण भी कम हुआ है.
नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल ने बताया कि हर घर एक पेड़ अभियान के तहत विभिन्न थीम पर विभिन्न क्षेत्रों में 15 अगस्त तक दो लाख से अधिक पौधे लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया है. ऐसे घर जहां पर पौधारोपण का स्थान नहीं है, ऐसे घरों में कम स्थान पर ऑक्सीजन वाले पौधे जैसे कि तुलसी, ऐलोवेरा, मनी प्लांट जैसे पौधे रोपने के लिये जनसहयोग व जनभागीदारी से नागरिकों को प्रोत्साहित किया जाएगा.
आयुक्त ने बताया कि एयर क्वालिटी में सुधार लाने के लिये जनभागीदारी से 'हर घर एक पेड़' अभियान के तहत नगर निगम के साथ ही वन विभाग, सीमा सुरक्षा बल, डीआरपी लाईइन, मीडिया बंधु, सामाजिक संगठन, शैक्षणिक संगठन, धार्मिक संगठन, 56 दुकान एसोसिएशन, सर्राफा बाजार एसोसिएशन, बर्तन बाजार एसोसिएशन, कपड़ा बाजार एसोसिएशन, दाल व तिलहन एसोसिएशन, होटल-रेस्टोरेन्ट एसोसिएशन, व्यापारिक व अन्य संगठनों के साथ मिलकर कार्य किया जा रहा है.
'हर घर एक पेड़' अभियान के तहत 15 अगस्त तक शहर के विभिन्न स्थानों जिनमें रहवासी क्षेत्रों, उद्यानों, शासकीय व झोनल कार्यालयों, पुलिस थाना, बीएसएफ परिसर, मार्केट, सेन्ट्रल डिवाइडर, स्कूल-कॉलेज परिसर, आईडीए भूमि पर, सार्वजनिक शौचालय के पास, नदी-नाले किनारे, स्लम बस्तियों में दो लाख से अधिक पौधे रोपने का लक्ष्य रखा गया है. ट्रेचिंग ग्राउण्ड में 50 हजार से अधिक सागवान के पौधे रोपे जाएंगे.