ETV Bharat / state

कोरोना संकट: यात्रियों के टोटे से घाटे में विमानन कंपनियां, इंदौर एयरपोर्ट पर पसरा सन्नाटा - इंदौर न्यूज

इन दिनों कोरोना वायरस की वजह से यात्री फ्लाइट में सफर करने से बच रहे हैं. यात्रियों की कमी की वजह से मजबूरन विमान कंपनियों को फ्लाइटें रद्द करने पड़ रही हैं. जिसकी वजह से उनको आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है.

Devi Ahilya Bai Holkar Airport
देवी अहिल्या बाई होलकर एयरपोर्ट
author img

By

Published : Jun 18, 2020, 6:13 PM IST

इंदौर। कोरोना संक्रमण के खतरे की वजह से लोग अब हवाई सफर करने से बच रहे हैं. ऐसे में विमान कंपनियां आर्थिक मंदी से जूझ रही हैं. प्रदेश में सबसे ज्यादा कमाई वाले इंदौर एयरपोर्ट पर भी सन्नाटा पसर हुआ है. यहां 110 फ्लाइट में से 10 फ्लाइट मुश्किल से चल पा रही हैं. यात्रियों की संख्या अत्यधिक कम होने से विमानन कंपनियों को बार-बार फ्लाइट निरस्त करनी पड़ रही है.

करोड़ों के घाटे में विमानन कंपनियां

10 फ्लाइट ही भर पा रही हैं उड़ान

इंदौर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट लॉकडाउन के पहले तक अपनी श्रेणी में पहले स्थान पर था. हालांकि 23 मार्च को लॉकडाउन के बाद 25 मई से घरेलू उड़ान शुरू होने की औपचारिक घोषणा हो चुकी है, लेकिन यात्रियों के टोटे के कारण हवाई सेवाएं फिर से बंद करनी पड़ रही हैं. इंदौर में ही बीते 10 दिनों में शुरू की गईं 10 उड़ानें बंद हो चुकी हैं. फिलहाल सिर्फ 8 उड़ानें ही चल पा रही हैं. 25 मई के बाद से आने और जाने की कुल 26 उड़ानों का संचालन शुरू किया गया था, लेकिन शुरुआत एक ही उड़ान से हुई, हालांकि कुछ दिनों बाद उड़ानों की संख्या बढ़ी है,

एक हफ्ते में 3 से 4 दिन ही उड़ान भर रही फ्लाइट

फिलहाल दिल्ली से इंदौर, बेंगलुरु, अहमदाबाद के लिए दो-दो और हैदराबाद, किशनगढ़ वा बेलगाम के लिए एक-एक फ्लाइट उड़ान भर रही है. इन उड़ानों को इंडिगो, एयर एशिया स्टार, और टू जेट एयरलाइंस द्वारा चलाया जा रहा है. लेकिन कुछ दिनों में ही यात्रियों का टोटा पड़ने से इन उड़ानों को कंपनियों ने रोजाना की बजाए अब 3 से 4 दिन ही चलाना शुरु किया है. इसके अलावा 10 उड़ानों को पूरी तरह बंद करना पड़ा है.

इधर इंडिगो एयरलाइंस ने 2 जून से बेंगलुरु के लिए जो एक उड़ान शुरू की थी. इसे भी कुछ ही दिनों में सप्ताह के 4 दिन कर दिया गया है. शनिवार से कंपनी इसकी औपचारिक बुकिंग भी बंद कर रही है. इसके बाद इंदौर से इंडिगो की दिल्ली और हैदराबाद के लिए 11 और एयर एशिया की दिल्ली और बेंगलुरु के लिए एक- एक उड़ान रह जाएगी. इन उड़ानों में भी एयर एशिया की बेंगलुरु उड़ान सप्ताह में 4 दिन ही चलेगी.

उड़ानों के निरस्त होने से यात्रियों को नहीं मिला रहा रिफंड

जो यात्री उड़ानों के शुरू होने के बाद टिकट बुक करवा चुके हैं, वो फ्लाइट कैंसिल होने के बाद रिफंड को लेकर परेशान हो रहे हैं. विमानन कंपनियों द्वारा उन्हें बताया जा रहा है कि, उनकी टिकट की राशि क्रेडिट खेल के तरत जमा की गई है. जिसका उपयोग वे बाद में उड़ान भरने के समय बतौर किराए के तौर पर कर सकेंगे. टिकट कैंसिल होने के बावजूद रिफंड नहीं होने के कारण कई यात्री खासे परेशान हैं.

सभी फ्लाइट में यात्रियों का टोटा

कोरोना संक्रमण के डर से अधिकांश यात्री बुकिंग नहीं करा रहे हैं. इसके अलावा उड़ाने शुरू होने पर भी कई शहरों में लॉकडाउन होने के कारण बुकिंग ना के बराबर है. उड़ान भरने से गंतव्य स्थान पर पहुंचने के बाद भी यात्रियों के साथ 7 दिन तक क्वारंटाइन रहने की मजबूरी के कारण लोग विमानों में यात्रा करने से बच रहे हैं.

इंदौर। कोरोना संक्रमण के खतरे की वजह से लोग अब हवाई सफर करने से बच रहे हैं. ऐसे में विमान कंपनियां आर्थिक मंदी से जूझ रही हैं. प्रदेश में सबसे ज्यादा कमाई वाले इंदौर एयरपोर्ट पर भी सन्नाटा पसर हुआ है. यहां 110 फ्लाइट में से 10 फ्लाइट मुश्किल से चल पा रही हैं. यात्रियों की संख्या अत्यधिक कम होने से विमानन कंपनियों को बार-बार फ्लाइट निरस्त करनी पड़ रही है.

करोड़ों के घाटे में विमानन कंपनियां

10 फ्लाइट ही भर पा रही हैं उड़ान

इंदौर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट लॉकडाउन के पहले तक अपनी श्रेणी में पहले स्थान पर था. हालांकि 23 मार्च को लॉकडाउन के बाद 25 मई से घरेलू उड़ान शुरू होने की औपचारिक घोषणा हो चुकी है, लेकिन यात्रियों के टोटे के कारण हवाई सेवाएं फिर से बंद करनी पड़ रही हैं. इंदौर में ही बीते 10 दिनों में शुरू की गईं 10 उड़ानें बंद हो चुकी हैं. फिलहाल सिर्फ 8 उड़ानें ही चल पा रही हैं. 25 मई के बाद से आने और जाने की कुल 26 उड़ानों का संचालन शुरू किया गया था, लेकिन शुरुआत एक ही उड़ान से हुई, हालांकि कुछ दिनों बाद उड़ानों की संख्या बढ़ी है,

एक हफ्ते में 3 से 4 दिन ही उड़ान भर रही फ्लाइट

फिलहाल दिल्ली से इंदौर, बेंगलुरु, अहमदाबाद के लिए दो-दो और हैदराबाद, किशनगढ़ वा बेलगाम के लिए एक-एक फ्लाइट उड़ान भर रही है. इन उड़ानों को इंडिगो, एयर एशिया स्टार, और टू जेट एयरलाइंस द्वारा चलाया जा रहा है. लेकिन कुछ दिनों में ही यात्रियों का टोटा पड़ने से इन उड़ानों को कंपनियों ने रोजाना की बजाए अब 3 से 4 दिन ही चलाना शुरु किया है. इसके अलावा 10 उड़ानों को पूरी तरह बंद करना पड़ा है.

इधर इंडिगो एयरलाइंस ने 2 जून से बेंगलुरु के लिए जो एक उड़ान शुरू की थी. इसे भी कुछ ही दिनों में सप्ताह के 4 दिन कर दिया गया है. शनिवार से कंपनी इसकी औपचारिक बुकिंग भी बंद कर रही है. इसके बाद इंदौर से इंडिगो की दिल्ली और हैदराबाद के लिए 11 और एयर एशिया की दिल्ली और बेंगलुरु के लिए एक- एक उड़ान रह जाएगी. इन उड़ानों में भी एयर एशिया की बेंगलुरु उड़ान सप्ताह में 4 दिन ही चलेगी.

उड़ानों के निरस्त होने से यात्रियों को नहीं मिला रहा रिफंड

जो यात्री उड़ानों के शुरू होने के बाद टिकट बुक करवा चुके हैं, वो फ्लाइट कैंसिल होने के बाद रिफंड को लेकर परेशान हो रहे हैं. विमानन कंपनियों द्वारा उन्हें बताया जा रहा है कि, उनकी टिकट की राशि क्रेडिट खेल के तरत जमा की गई है. जिसका उपयोग वे बाद में उड़ान भरने के समय बतौर किराए के तौर पर कर सकेंगे. टिकट कैंसिल होने के बावजूद रिफंड नहीं होने के कारण कई यात्री खासे परेशान हैं.

सभी फ्लाइट में यात्रियों का टोटा

कोरोना संक्रमण के डर से अधिकांश यात्री बुकिंग नहीं करा रहे हैं. इसके अलावा उड़ाने शुरू होने पर भी कई शहरों में लॉकडाउन होने के कारण बुकिंग ना के बराबर है. उड़ान भरने से गंतव्य स्थान पर पहुंचने के बाद भी यात्रियों के साथ 7 दिन तक क्वारंटाइन रहने की मजबूरी के कारण लोग विमानों में यात्रा करने से बच रहे हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.