इंदौर। नगर निगम के बजट सत्र के दौरान राष्ट्रगान के अपमान का मामला सामने आया है, निगम में बजट सत्र शुरु होने से पहले सभापति के द्वारा राष्ट्रगीत शुरू करने के लिए कहा गया. जहां एमआईसी के सदस्यों ने राष्ट्रगान शुरू कर दिया.
वहीं गलती समझ में आने पर राष्ट्रगान को बीच में ही रोककर फिर से राष्ट्रगीत गाया जाने लगा. जिस पर कांग्रेस ने आपत्ति दर्ज कराई और राष्ट्रगान के अपमान पर प्रकरण दर्ज करने की मांग की है. .दरअसल इंदौर में नगर निगम का बजट सत्र पेश किया गया. बजट सत्र के पहले राष्ट्रगीत से बजट सत्र की शुरुआत की जाना थी. सभापति द्वारा जैसे ही सभी लोगों को खड़े होकर राष्ट्रगीत गाने के लिए कहा गया, तो कुछ लोगों द्वारा राष्ट्रगान शुरू कर दिया गया.
इस दौरान जैसे ही महापौर और अन्य लोगों को गलती का एहसास हुआ, तो उनके द्वारा राष्ट्रगान बीच में ही रुकवा कर राष्ट्रगीत वंदे मातरम का गायन शुरू करवाया गया. वहीं इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस के पार्षदों ने जबरदस्त हंगामा किया है. कांग्रेस पार्षदों का कहना है की यह घटना सीधे-सीधे राष्ट्रगान का अपमान है. जबकि सभापति का कहना है की जो घटना हुई है वह मानवीय भूल थी, इसलिए उसे सुधारा जाएगा. बता दें राष्ट्रगान के अपमान पर 3 साल की जेल और जुर्माना दोनों की सजा की जा सकती है. राष्ट्रगान को जानबूझकर रोकने ओर राष्ट्रगान गाने के लिए जमा हुए समूह के लिए बाधा खड़ी करने पर भी सजा का प्रावधान है. हालांकि इस मामले को लेकर दोनों प्रमुख दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं.