इंदौर। सुल्ली डील्स और बुल्ली बाई एप (bulli bai app case indore) को लेकर दिल्ली पुलिस लगातार कार्रवाई करने में जुटी हुई है. वहीं सुल्ली डील्स और बुल्ली बाई को लेकर कई तरह की जानकारी सामने आ रही है. जिन दो नामों पर इस साइट को चलाया जा रहा था वह दोनों ही मुस्लिम महिलाओं के लिए आपत्तिजनक है.
इंदौर से गिरफ्तार हुआ आरोपी
सुल्ली डील्स और बुल्ली बाई एप को लेकर देशभर में लगातार दिल्ली पुलिस कार्रवाई में जुटी है. इसी कड़ी में जहां इंदौर से सुल्ली डील्स को ऑपरेट करने वाले डेवलपर ओम्कारेश्वर (accused engineer arrested from indore) को गिरफ्तार किया. इस पूरे ही मामले में दिल्ली पुलिस को शिकायत मिली थी. हालांकि दिल्ली पुलिस को आरोपियों तक पहुंच पाना मुश्किल था.
ऑनलाइन ऑपरेट हो रहा था सिस्टम
पुलिस ने बताया कि यह पूरा सिस्टम ऑनलाइन तरीके से ऑपरेट हो रहा था. किन लोगों के द्वारा ऑपरेट किया जा रहा था, इसके बारे में जानकारी नहीं थी. दिल्ली पुलिस ने इसको लेकर एक आईटी सेल बनाई. फिर जिन सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से सुल्ली डील्स और बुल्ली बाई एप को ऑपरेट किया जा रहा था. उनके आईपी एड्रेस को ट्रेस किया गया.
जुलाई 2021 में दर्ज हुई एफआईआर
सुल्ली डील्स और बुल्ली बाई मुस्लिम महिलाओं के लिए आपत्तिजनक शब्द हैं. इसी नाम से एप बनाए गए. इसके बारे में एक मुस्लिम महिला ने जुलाई 2021 में दिल्ली पुलिस से शिकायत की. पुलिस ने जांच के लिए आई एड्रेस का प्रयोग किया, लेकिन यह आईपी एड्रेस सही लोकेशन की जानकारी नहीं दे रहे थे. ऐसे में उन्हें बार-बार चेक करते रहना पड़ा. इसके बाद 5 से 6 बार बाद उसकी ओरिजिनल आईपी ऐड्रेस ट्रेस हुआ. इसकी लोकेशन इंदौर मिली.
साइबर एक्सपर्ट गौरव का कहना है कि दिल्ली पुलिस आने वाले दिनों में कुछ और आरोपियों को भी गिरफ्तार कर सकती है. इस पूरे रैकेट में कई और लोग भी जुड़े हो सकते हैं. इतने बड़े एप को किसी एक व्यक्ति के द्वारा आसानी से संचालित नहीं किया जा सकता है.