इंदौर। सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि हम आजादी के 75 वर्षों को 25-25 साल के तीन काल खंडों में विभाजित करें तो समझेंगे कि 1947 से 1972 तक का समय एक अलग दिशा का रहा. वहीं 1972 से 1996 का समय राजनीतिक परिदृश्य से एक उदयकारक साबित हुआ. वहीं 1997 से 2022 के बीच देश ने राजनीतिक रूप में कई परिवर्तन देखे हैं. इसमें मुख्य तौर पर भारतीय जनता पार्टी एक राष्ट्रवादी पार्टी के रूप में आम जनों के मानस पटल पर अंकित हुई है.
2014 से अमृत काल शुरू : सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि पूर्व में एक भविष्यवाणी की गई थी. इसमें बताया गया था कि 2011 से भारत का एक नया काम शुरू होगा, जो वर्तमान में हम देख रहे हैं. 2014 अमृत काल की उषा की पहली किरण थी. अब यह दिनोंदिन उज्जवल हो रहा है देश. वर्तमान में भारत अपनी शक्ति को वैश्विक तौर पर स्थापित कर चुका है. वर्तमान में भारत सशक्त हो रहा है. इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि लंदन के ट्रिब्यून अखबार में मोदी सत्ता को भारत की दूसरी आजादी के रूप में बताया था. आज वर्तमान परिदृश्य के आधार पर एक नए युग की शुरुआत हुई है, जिसमें देश के राष्ट्रपति प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, उपराष्ट्रपति सहित महत्वपूर्ण पदों पर बैठे सभी लोग आजाद भारत में जन्मे हैं.
राजस्थानः गहलोत सरकार पर जमकर बरसे सुधांशु त्रिवेदी...कहा- कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर
कांग्रेस पार्टी पर जमकर साधा निशाना : सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि वर्तमान में राजनीतिक स्थितियां काफी बदली हैं. कांग्रेस हमेशा से ही कड़े फैसले नहीं ले पाई है. हमने देश के विकास के लिए कई फैसले लिए हैं. चाहे अभिनंदन को वापस लाना हो, सर्जिकल स्ट्राइक हो या देश के सभी तबकों के लिए लिए जाने वाले निर्णय हों. जिसमें जनधन योजना, उज्ज्वला योजना सहित कई ऐसी योजनाएं शामिल हैं, जो लोगों तक पहुंची हैं. हमने वह काम किया जो कांग्रेस कभी सोच भी नहीं पाई थी. देश को सशक्त बनाने के लिए कई कड़े फैसले लिए गए हैं. जिसने हमें वैश्विक पहचान दी है.