इंदौर। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी बीजेपी को अंदरूनी कलह का सामना करना पड़ रहा है. इंदौर में 3 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी बदलने की मांग की जा रही है. संभावित प्रत्याशी के चुनाव में उतरने से चुनाव हारने की चेतावनी के साथ कार्यकर्ताओं की नाराजगी सार्वजनिक रूप से सड़कों पर देखी जा रही है. शुक्रवार को इंदौर में विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 1 में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता के खिलाफ बाकायदा रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं की नाराजगी पूर्व विधायक को लेकर है.
सुदर्शन गुप्ता का विरोध : सुदर्शन गुप्ता पर पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओं ने उपेक्षा का आरोप लगाकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान भाजपा कार्यकर्ता अरुण तिवारी ने कहा कि अब पुराने कार्यकर्ताओं की लगातार उपेक्षा हो रही है. जबकि कांग्रेस से आए लोग पार्टी में सबसे आगे दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने कहा यदि इसी तरह इंदौर के क्षेत्र क्रमांक एक में इस बार भी पुराने कार्यकर्ताओं और पार्टी नेताओं की उपेक्षा हुई तो इस बार भी एक नंबर सीट बीजेपी हार जाएगी. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने विरोध करते हुए बाकायदा रैली भी निकाली और जमकर नारेबाजी की.
पिछली बार हारे थे सुदर्शन : भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि यहां से सुदर्शन गुप्ता ने अवैध कॉलोनी से जुड़े लोगों का साथ दिया. यदि उन्हें पार्टी ने फिर प्रत्याशी बनाया तो उनका विरोध किया जाएगा. इसलिए पार्टी उनके स्थान पर किसी अन्य को टिकट दे तो ही सीट निकल पाएगी. गौरतलब है यहां से फिलहाल कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला हैं, जिन्होंने पिछले चुनाव में सुदर्शन गुप्ता को हराकर एक नंबर विधानसभा सीट जीती थी.
कार्यकर्ताओं ने खून से लिखा खत : गौरतलब है कि हाल ही में इंदौर में कार्यकर्ताओं का विरोध सबसे पहले पांच नंबर विधानसभा सीट से शुरू हुआ था. जिसमें बाकायदा कार्यकर्ताओं ने खून से पत्र लिखकर महेंद्र हार्डिया के स्थान पर किसी अन्य को प्रत्याशी बनाने की मांग की थी. यह पत्र जब वायरल हुआ था तो काफी हंगामा की स्थिति बनी थी. हालांकि इसके पूर्व भी यहां पर कार्यकर्ताओं की दो बैठकें कर संभावित प्रत्याशी पूर्व विधायक महेंद्र हार्डिया के स्थान पर अन्य किसी को प्रत्याशी बनाए जाने की मांग की थी. विरोध का सिलसिला जारी है.
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राऊ विधानसभा सीट पर भी विरोध : इधर, राऊ विधानसभा सीट में भाजपा ने पहली सूची में मधु वर्मा को उम्मीदवार बनाया है. पूर्व में भी मधु वर्मा यहां से चुनाव मैदान में उतरे थे जिन्हें कांग्रेस प्रत्याशी जीतू पटवारी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. इस बार फिर पार्टी ने उन्हें पर विश्वास जताया है. लिहाजा, उनके क्षेत्र में भी मधु वर्मा का विरोध शुरू हो गया है. हाल ही में स्थानीय कार्यकर्ता मोहन पटेल ने प्रदेश भाजपा के नेताओं को मधु वर्मा के स्थान पर अन्य किसी को टिकट देने की भी है. हालांकि मधु वर्मा इस बार हर स्थिति में चुनाव जीतने का दावा कर रहे हैं. बताया जाता है कि मधु वर्मा के भाई बलराम वर्मा का भी क्षेत्र में विरोध है.