इंदौर। ज्योतिषियों के अनुसार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कुंडली में राजयोग होने के कारण वे लगातार मुख्यमंत्री बने रह सकते हैं. वहीं कमलनाथ के राजनीतिक योग भी प्रबल हैं लेकिन कांग्रेस भाजपा की तुलना में फिलहाल ज्योतिषीय गणना के अनुसार औसत स्थिति में बताई जा रही है. हालांकि कई ज्योतिष इस बार फिर सत्ता परिवर्तन के योग बता रहे हैं. कर्नाटक घणगापूर स्थित दत्त मंदिर देवस्थान के ज्योतिषी गौरव पंडित के अनुसार नवंबर में होने वाले चुनाव के लिहाज से भाजपा और खासकर शिवराज की कुंडली में राजयोग हैं. उनका दावा है कि उनके नेतृत्व में मध्यप्रदेश में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन सकती है.
कुछ ज्योतिषी सत्ता परिवर्तन के योग बता रहे : इसके साथ ही अन्य ज्योतिषी मध्यप्रदेश में सत्ता परिवर्तन के साथ कमलनाथ की कुंडली में भी राजनीतिक योग को प्रबल बता रहे हैं. ज्योतिषियों के मुताबिक कमलनाथ की कुंडली भी गुण एवं योग के हिसाब से अनुकूल हैं, लेकिन फिर भी कांग्रेस की तुलना में भाजपा की स्थिति ज्योतिषीय गणना में भी तुलनात्मक रूप से ठीक बताई जा रही है. वर्ष 2023 के कुंडली आधारित फलित योग के अनुसार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कुंडली कुंभ लग्न में धनु राशि वाली है, जिसमें बारहवें भाव में शनि उच्च स्थान पर है, जो भाग्य भाव में भ्रमण कर रहा है. इसके अलावा मंगल की सप्तम दृष्टि दशम भाव पर पड़ रही है, जो राजयोग का प्रबल योग है. लिहाजा 2023 से 2025-26 तक शिवराज के मध्यप्रदेश में प्रबल राजनीतिक योग रहने वाले हैं.
बीजेपी की तुलना में कांग्रेस कमजोर : ज्योतिष के अनुसार शिवराज सिंह स्वास्थ्य की दृष्टि से भी फिट हैं. जहां तक विधानसभा चुनाव का सवाल है तो कांग्रेस की तुलना में भाजपा ज्योतिषीय घटनाओं के अनुसार अनुकूल स्थिति में है. कमलनाथ की कुंडली भी प्रबल बताई जा रही है. ज्योतिषियों के अनुसार कमलनाथ की कुंडली में भी राजनीतिक योग प्रबल हैं, लेकिन सरकार बना पाने की स्थिति में कांग्रेस के योग भाजपा की तुलना में कमजोर हैं. हालांकि कुछ ज्योतिषियों का मानना है कि इस वर्ष मध्यप्रदेश में सत्ता परिवर्तन के भी योग हैं. ऐसी स्थिति में कमलनाथ को फिर मौका मिल सकता है, क्योंकि कमलनाथ का राजनीतिक भविष्य उज्जवल है.
दोनों दलों ने की खास तैयारी : बता दें कि आगामी विधानसभा चुनाव नवंबर में होने जा रहे हैं, जिसे लेकर दोनों पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी है. भारतीय जनता पार्टी का फोकस पोलिंग बूथ सशक्तिकरण अभियान पर है. भाजपा संगठनात्मक रूप से इस कार्य में जुट गई है. यही वजह है कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने इस बार फिर 200 सीटें जीतने का दावा किया है. इधर, कांग्रेस भी बूथ प्रबंधन पर ही फोकस कर रही है. जिसके तहत पहली बार कांग्रेश के विभिन्न प्रकोष्ठ को बूथ प्रबंधन की जिम्मेदारी दी जा रही है. इसके अलावा बूथ लेवल से मंडलम् और सेक्टर इकाई भी कांग्रेस के स्तर पर मजबूत की जा रही है. गौरतलब है मध्य प्रदेश में 64100 मतदान केंद्र हैं, जिन पर अधिक से अधिक मत प्राप्त करने के लिए दोनों ही पार्टी फोकस करने जा रही हैं.