इंदौर। शहर का मोस्ट वांटेड अपराधी मनोज परमार कोरोना संक्रमण के इस संकटकाल में जरूरतमंदों को राशन बांटता नजर आ रहा है. परमार का नाम शहर के लगभग हर थाने में अपराधी के रूप में दर्ज है. लेकिन अब वो लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों की सेवा कर रहा है.
शहर में एक समय अपराध की दुनिया में मनोज परमार जाना-पहचाना नाम था. शहर के कई थाना क्षेत्रों में इनके नाम विभिन्न तरह के प्रकरण दर्ज थे, लेकिन अपराधिक गतिविधियों को छोड़कर अब मनोज परमार समाजसेवी बन गया है. लॉकडाउन के दौरान कई जनप्रतिनिधि भूमिगत हो गए हैं, तो वहीं मनोज परमार सुबह तीन बजे से जरूरतमंदों को जरूरत का सामान उपलब्ध करवा रहे हैं. इसके लिए उन्होंने लोगों से कर्ज भी लिया है. जब इनसे बात की गई, तो उनका कहना है कि अपराध की दुनिया को छोड़कर अब वे सामान्य जीवन व्यतीत कर रहे हैं. उनके अंदर सेवा की प्रेरणा चित्रकूट के एक संत के द्वारा मिली, जिनसे मिली शिक्षा के बाद उन्होंने अपराध की दुनिया को छोड़ दिया और अब जरूरतमंदों की मदद करने में जुट गए हैं.
बता दें कि, जब से लॉकडाउन लगा है, उस दिन से मनोज परमार ने तकरीबन एक लाख से अधिक लोगों को जरूरत का सामान उपलब्ध करवाया है. इसके लिए एक बड़े से ग्राउंड में सभी को बैठाया जाता है और फिर एक-एक कर सभी को उनकी जरूरत का सामान उपलब्ध करवाया जाता है. इन्होंने समाज सेवा करने के लिए कई लोगों से कर्ज भी लिया है. इनका कहना है कि, जब तक लॉकडाउन चलेगा वे इसी तरीके से लोगों को जरूरत का सामान उपलब्ध करवाते रहेंगे.