इंदौर। कोरोना काल में एक नई आफत ब्लैक फंगस ने लोगों की परेशानी बढ़ाई हुई है. और ये तब ज्यादा खतरनाक हो जाता है जब लोगों को इलाज के लिए दवा ही ना मिले लेकिन औद्योगिक केंद्र विकास निगम की पहल पर उद्योगपति संजीव गोयनका के निजी विमान से ब्लैक फंगस के 12240 इंजेक्शन आज इंदौर आए हैं. इंजेक्शन अत्यंत सस्ते भी हैं. हालांकि, अब इसके नकली होने पर शक गहरा रहा है. बता दें कि ब्लैक फंगस का इंजेक्शन अभी तक 7000 रु. का आता था , लेकिन हिमाचल प्रदेश के बद्दी में नई फार्मा कंपनी एफी ने ये इंजेक्शन सस्ती दरों पर बनाए हैं जो मात्र 300 रुपये कीमत के हैं , ऐसे 25000 इंजेक्शन इंदौर को मिलेंगे, जिसमें से आधे आज पहुंच गए हैं और बचे हुए अगले हफ्ते आएंगे. आज जो इंजेक्शन इंदौर को मिले हैं ,उसमें से 7000 निजी अस्पतालों को और 5000 सरकारी अस्पतालों को दिए जा रहे हैं. इंदौर एयरपोर्ट पर प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट, संभागायुक्त पवन शर्मा और औद्योगिक केंद्र विकास निगम के रोहण सक्सेना ने इंजेक्शन प्राप्त किए, इंजेक्शन कुल 34 बॉक्स में 360 वायल में आए हैं.
नई फार्मा कंपनी एफी ने बनाए सस्ते इंजेक्शन
औद्योगिक केंद्र विकास निगम के एमडी रोहन सक्सेना के मुताबिक एंफोटरइसिन बी के विकल्प के तौर पर इलाज की तलाश की जा रही थी इसके बाद पता चला कि हिमाचल की कंपनी एफी फार्मा को हिमाचल प्रदेश के फूड एंड ड्रग विभाग ने इंजेक्शन बनाने की अनुमति दी है. इसके बाद कंपनी से संपर्क किया गया. इसके बाद इंजेक्शन के कंपोजिशन की पड़ताल इंदौर के डॉक्टरों से कराई गई. जब इंजेक्शन का कंपोजिशन ब्लैक फंगस के इलाज के लिए मुफीद पाया गया, तो एकेवीएन के माध्यम से इंदौर संभाग आयुक्त डॉ. पवन शर्मा ने ड्रग इंस्पेक्टरों की एक टीम भेजकर इस कंपनी को 25000 इंजेक्शन का ऑर्डर दिया.
20 दिनों में BLACK FUNGUS के 500-600 मरीज आए सामने, 80 मरीज हुए ठीक
मिनी मुंबई में 532 मरीजों का जारी है इलाज
इंदौर के विभिन्न अस्पतालों में फिलहाल 532 मरीज भर्ती हैं. जिसमें 344 एम वाय हॉस्पिटल में और शेष प्राइवेट अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं.आपको ये भी बता दें कि इंदौर में ब्लैक फंगस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिले में 370 बेड आरक्षित किए गए हैं जिससे मरीजों को किसी भी प्रकार की समस्या से न जूझना पड़े. हालांकि फिलहाल मरीजों की संख्या लगातार घट रही है तो शासन स्तर पर राहत की उम्मीद जताई गई है.