हैदराबाद। इस वक्त पूरा विश्व कोरोना महामारी से परेशान है. भारत में कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका जता रही है. इन चिंताओं के बीच एक दुर्लभ और घातक वायरस की दस्तक हुई है. अमेरिका के टेक्सास शहर में मंकीपॉक्स वायरस संक्रमण का एक मामला सामने आया है. यह भी कोरोना की तरह संपर्क में आए अन्य लोगों में फैलने लगता है. 2003 में अमेरिका के कुछ शहरों में मंकीपॉक्स फैलने का मामला सामने आया था.
चिकनपॉक्स की तरह है वायरस, लेकिन है घातक
विशेषज्ञों के मुताबाकि मंकीपॉक्स वायरस भारत में पाए जाने वाले चिकनपॉक्स की तरह ही है. इससे संक्रमित व्यक्ति के शरीर पर बड़े-बड़े दाने या छाले हो जाते हैं. जो भी इससे संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आता है, उसमें मंकीपॉक्स फैलने का खतरा बढ़ जाता है. हालांकि यह पुराना वायरस है लेकिन अमेरिका में इसकी दस्तक ने स्वास्थ्य संगठनों के कान खड़े कर दिए हैं.
2003 में अमेरिका में बरपा चुका है कहर
1970 में पहली बार इंसानों में मंकीपॉक्स संक्रमण के मामले सामने आए थे. अब तक यह कई अफ्रीकी देशों में अपना कहर बरपा चुका है. 2003 में इस वायरस ने अमेरिका में दस्तक दी थी. लेकिन 18 सालों के बाद फिर से मंकीपॉक्स का मामला सामने आने के बाद अमेरिकी स्वास्थ्य विभाग थोड़ा परेशान है. हालांकि इतने सालों में भारत सहित एशियाई देशों में इस तरह के मामलों की पुष्टि नहीं है.
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संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है वायरस
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि संक्रमित जानवरों के खून या शारीरिक तरल पदार्थों के संपर्क में आने से मंकीपॉक्स होने का खतरा रहता है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यह वायरस जानवरों से संबंधित है लेकिन इंसानों में इसके फैलने के कई मामले सामने आ चुके हैं. इसके लक्षणों के बारे में बताते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं कि संक्रमित व्यक्ति को बुखार, तेज सिरदर्द, पीठ और मांसपेशियों में दर्द के साथ कमजोरी का अनुभव हो सकता है. इसके अलावा रोगी के शरीर पर बड़े आकार के दाने हो सकते हैं.