इंदौर। देश में दिव्यांगों को दिव्यांगता का लाभ दिलाने के लिए एक यूनिवर्सल कार्ड बनाया जा रहा है. इस यूडी आईडी(Unique Disability ID) कार्ड के जरिए दिव्यांगता की सात श्रेणियों की जगह अब इक्कीस श्रेणियों वाले दिव्यांगों को केंद्र और राज्य शासन की योजनाओं का लाभ कहीं भी मिल सकेगा.
मध्य प्रदेश के दिव्यांगों को शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए अब सभी दिव्यांगों के यूडी आईडी कार्ड बनाए जा रहे हैं. इन कार्डों के जरिए संबंधित दिव्यांगों की यूनिवर्सल पहचान के साथ उन्हें प्राप्त हो रही छात्रवृत्ति समेत कई योजनाओं और उनसे मिलने वालें लाभ की जानकारी होगी. अब किसी भी दिव्यांग को बार-बार किसी को भी दिव्यांग का प्रमाण पत्र नहीं दिखाना होगा.
UD ID कार्ड के बारे में जानकारी देते हुए केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने बताया कि यूडी आईडी कार्ड से किसी भी राज्य का दिव्यांग किसी भी जगह पर अपनी छात्रवृत्ति ले सकेगा. इसके अलावा दिव्यांगों को केंद्र शासन द्वारा प्रदत्त सहायता का लाभ भी मिल सकेगा. केंद्रीय मंत्री ने बताया कि बीते 6 सालों में विभाग ने 9 हजार से ज्यादा कैंप लगाकर 17 लाख उपकरणों का वितरण किया है. इसके अलावा अब दिव्यांगों को 7 की जगह 21 श्रेणियों का लाभ मध्य प्रदेश में भी मिलेगा.
पढ़ें- एमपी में निगम मंडल में नियुक्ति के आसार कम ! CM शिवराज बोले- 20-20 मैच खेलते करेंगे बेहतर काम
इन कार्डों के जरिए संबंधित दिव्यांग दूसरे राज्यों में भी अपना इलाज करा सकेंगे. देश के कई राज्यों की तरह ही मध्यप्रदेश में भी अलग-अलग जिलों में UD ID कार्ड बनाने का काम चल रहा है. उन्होंने बताया कि पिछले 6 सालों से दिव्यांगों को 6 तरह की छात्रवृत्ति भी दी जा रही हैं, जिनमें विदेश अध्ययन को लेकर भी छात्रवृत्ति की सहायता है.
सुगम्य भारत अभियान
सुगम्य भारत अभियान दिव्यांगों को सार्वभौमिक पहुंच प्रदान करने के लिए शुरू किया गया है. ये एक देशव्यापी अभियान है, जो कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय और विकलांगजन सशक्तिकरण विभाग ने दिव्यांगों के लिए शुरू किया है.
अभियान का उद्देश्य दिव्यांगों को जीवन के सभी क्षेत्रों में हिस्सेदार बनने के लिए समान अवसर और आत्मनिर्भर जीवन प्रदान करना है. सुगम्य भारत अभियान सुगम्य भौतिक वातावरण, परिवहन, सूचना एवं संचार पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने पर केंद्रित है.