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अशोक गहलोत के बयान पर मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने साधी चुप्पी, कार्यक्रम में हुए शामिल लेकिन मीडिया से बनाई दूरी - राजस्थान और महाराष्ट्र सरकार

राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि बीजेपी राजस्थान में सरकार गिराने की कोशिश कर रही है. उनके इस बयान को पर जब केंद्रीय पेट्रोलियम एवं रसायन मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से सवाल पूछा गया तो वे चुप्पी साध लिए और मीडिया से बचते नजर आए.

Minister Dharmendra Pradhan
मंत्री धर्मेंद्र प्रधान
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Published : Dec 5, 2020, 9:20 PM IST

इंदौर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि बीजेपी एक बार फिर राजस्थान और महाराष्ट्र सरकार को गिराने का खेल शुरू कर सकती है. साथ ही उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह पर आरोप लगाया है कि शाह ने उनके विधायकों से कहा कि राजस्थान में सरकार गिराना मेरी प्राथमिकता है. मुख्यमंत्री अशोक के इस बयान के बाद राजनीतिक बवाल मच गया है. इस बवाल पर बीजेपी के मंत्रीयों ने भी चुप्पी साध ली है. इस मामले में जब केंद्रीय पेट्रोलियम एवं रसायन मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मीडिया ने बात करनी चाही तो वे बचते नजर आए.

इंदौर पहुंचे मंत्री धर्मेंद्र प्रधान

इंदौर पहुंचे मंत्री धर्मेंद्र प्रधान

शहर में आयोजित एक निजी समारोह में हिस्सा लेने के लिए केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पहुंचे थे. वे पितृ पर्वत स्थित पितरेश्वर हनुमान मंदिर के दर्शन करने भी पहुंचे. यहां सह-परिवार उन्होंने पूजा-पाठ के बाद पूरे परिसर के दर्शन किए और अनुष्ठान में हिस्सा लिया.

इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अमित शाह पर सरकार गिराने को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं तो उन्होंने इस मामले में चुप्पी साध ली. इसके बाद बार-बार मीडिया से बचते हुए वे मौके से रवाना हो गए. गौरतलब है कि मध्य प्रदेश सरकार की तरह ही बीजेपी पर राजस्थान सरकार गिराने के आरोप लगते रहे हैं. अब जबकि इस मामले में खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अमित शाह और धर्मेंद्र प्रधान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है तो एक बार फिर सरकार गिराने के आरोप-प्रत्यारोप के चलते दोनों ही पार्टियों के बीच राजनीतिक घमासान की शुरुआत हो गई है.

पढ़ें- राजस्थान और महाराष्ट्र में सरकार गिराने का षड्यंत्र रच रही भाजपा : गहलोत

कांग्रेस कार्यकर्ताओं के आशिर्वाद से बची हुई है सरकार

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में सरकार गिराने का खेल शुरू होने की आशंका जताई है. उन्होंने कहा कि अजय माकन, केसी वेणुगोपाल, रणदीप सुरजेवाला और अविनाश पांडे ने राजस्थान में बैठकर अपने नेताओं को बर्खास्त नहीं किया होता, तो राजस्थान में भी भाजपा सरकार गिराने में कामयाब हो सकती थी.

सीएम गहलोत ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के आशीर्वाद से राजस्थान में सरकार बची है. उन्होंने कहा कि अजय माकन तो 34 दिन हमारे साथ होटल में रहे, वे सब जानते हैं कि उस समय क्या-क्या हो रहा था. राजनीतिक उठापटक के समय कांग्रेस के विधायकों की अमित शाह, धर्मेंद्र प्रधान और सैयद जाफर इस्लाम से एक घंटे की मुलाकात हुई. ये वही जफर इस्लाम थे, जो ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी बीजेपी में लेकर गए थे.

'राजस्थान सरकार को मैं गिरा कर रहूंगा'

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अमित शाह ने हमारे विधायकों से कहा कि राजस्थान में सरकार गिराना मेरी प्राथमिकता है. मैंने पांच सरकार पहले गिरा दी और यह छठी सरकार होगी. इसे मैं गिरा कर रहूंगा. इस तरीके के माहौल में यह पूरा खेल खेला गया.

इंदौर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि बीजेपी एक बार फिर राजस्थान और महाराष्ट्र सरकार को गिराने का खेल शुरू कर सकती है. साथ ही उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह पर आरोप लगाया है कि शाह ने उनके विधायकों से कहा कि राजस्थान में सरकार गिराना मेरी प्राथमिकता है. मुख्यमंत्री अशोक के इस बयान के बाद राजनीतिक बवाल मच गया है. इस बवाल पर बीजेपी के मंत्रीयों ने भी चुप्पी साध ली है. इस मामले में जब केंद्रीय पेट्रोलियम एवं रसायन मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मीडिया ने बात करनी चाही तो वे बचते नजर आए.

इंदौर पहुंचे मंत्री धर्मेंद्र प्रधान

इंदौर पहुंचे मंत्री धर्मेंद्र प्रधान

शहर में आयोजित एक निजी समारोह में हिस्सा लेने के लिए केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पहुंचे थे. वे पितृ पर्वत स्थित पितरेश्वर हनुमान मंदिर के दर्शन करने भी पहुंचे. यहां सह-परिवार उन्होंने पूजा-पाठ के बाद पूरे परिसर के दर्शन किए और अनुष्ठान में हिस्सा लिया.

इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अमित शाह पर सरकार गिराने को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं तो उन्होंने इस मामले में चुप्पी साध ली. इसके बाद बार-बार मीडिया से बचते हुए वे मौके से रवाना हो गए. गौरतलब है कि मध्य प्रदेश सरकार की तरह ही बीजेपी पर राजस्थान सरकार गिराने के आरोप लगते रहे हैं. अब जबकि इस मामले में खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अमित शाह और धर्मेंद्र प्रधान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है तो एक बार फिर सरकार गिराने के आरोप-प्रत्यारोप के चलते दोनों ही पार्टियों के बीच राजनीतिक घमासान की शुरुआत हो गई है.

पढ़ें- राजस्थान और महाराष्ट्र में सरकार गिराने का षड्यंत्र रच रही भाजपा : गहलोत

कांग्रेस कार्यकर्ताओं के आशिर्वाद से बची हुई है सरकार

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में सरकार गिराने का खेल शुरू होने की आशंका जताई है. उन्होंने कहा कि अजय माकन, केसी वेणुगोपाल, रणदीप सुरजेवाला और अविनाश पांडे ने राजस्थान में बैठकर अपने नेताओं को बर्खास्त नहीं किया होता, तो राजस्थान में भी भाजपा सरकार गिराने में कामयाब हो सकती थी.

सीएम गहलोत ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के आशीर्वाद से राजस्थान में सरकार बची है. उन्होंने कहा कि अजय माकन तो 34 दिन हमारे साथ होटल में रहे, वे सब जानते हैं कि उस समय क्या-क्या हो रहा था. राजनीतिक उठापटक के समय कांग्रेस के विधायकों की अमित शाह, धर्मेंद्र प्रधान और सैयद जाफर इस्लाम से एक घंटे की मुलाकात हुई. ये वही जफर इस्लाम थे, जो ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी बीजेपी में लेकर गए थे.

'राजस्थान सरकार को मैं गिरा कर रहूंगा'

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अमित शाह ने हमारे विधायकों से कहा कि राजस्थान में सरकार गिराना मेरी प्राथमिकता है. मैंने पांच सरकार पहले गिरा दी और यह छठी सरकार होगी. इसे मैं गिरा कर रहूंगा. इस तरीके के माहौल में यह पूरा खेल खेला गया.

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