इंदौर। मध्यप्रदेश में अघोषित बिजली कटौती पर मुख्यमंत्री कमलनाथ की सख्त हिदायत के बाद विद्युत वितरण कंपनी ने मोर्चा संभाल लिया है. यहीं वजह है कि विद्युत कंपनी का अमला मुस्तैद नजर आ रहा है. इतना ही नहीं बड़े अधिकारियों से लेकर कर्मचारी देर रात तक सड़कों पर उतरकर बिजली की समस्याओं को दुरस्त करने में जुटे हुए हैं.
विद्युत वितरण कंपनी के एमडी ने इंदौर में बिजली कटौती की समस्या को देखते हुए कड़ा फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि रात करीब आठ बजे से रात 12 बजे तक विद्युत कंपनी का हर कर्मचारी फाल्ट सुधारने के लिए मुस्तैद रहेगा. उन्होंने कहा कि जब तक इंदौर की बिजली कटौती की समस्या का समाधान नहीं कर देता तब तक 'ना मैं सोऊंगा और न ही विद्युत वितरण कंपनी के कर्मचारियों को सोने दूंगा'
एमडी ने कर्मचारियों को दिये दिशा-निर्देश
विद्युत वितरण कंपनी के एमडी विकास नरवाल डेली कॉलेज जोन पर पहुंचकर वहां के एई और जेई के साथ क्षेत्र में होने वाली बिजली समस्याओं के बारे में जाना. एमडी ने जोन पर बने ग्रिड का भी दोरा किया साथ ही किन कारणों के कारण बिजली कटौती की जाती है यह भी जानने का कोशिश की.
एमडी ने दौरे के दौरान दिशा-निर्देश भी अधिकारियों और कर्मचारियों को दिए. एमडी ने डेली कॉलेज जोन के कॉल सेंटर का भी मुआयना किया और वहां पर किस तरह से कॉल सेंटर संचालक कॉल अटेंड किए जाते हैं इसके बारे में भी वहां पर तैनात कर्मचारी से पूछताछ की. बता दें पिछले दिनों मंत्री तुलसी सिलावट ने रेसीडेंसी क्षेत्र में विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारियों की बैठक ली थी लेकिन बैठक के दौरान ही बिजली गुल हो गई थी उसी को देखते हुए एमडी विकास नरवाल ने डेली कॉलेज जोन का निरीक्षण किया.
इंदौर में यह पहला मामला है जब कोई एमडी लेवल का अधिकारी बिजली की समस्या को जानने के लिए इंदौर के विभिन्न जोन का दौरा कर रहा है. इसके पहले जितने भी अधिकारी और कर्मचारी आए उन्होंने मैनेजमेंट कर बिजली कटौती की समस्या से इंदौर को दूर रखा, लेकिन यह पहला मौका है जब कोई एमडी स्तर का अधिकारी जोन लेवल पर उतरकर बिजली कटौती को दुरुस्त करने में जुटा हुआ है.