इंदौर। नगर निगम में प्रशासक की नियुक्ति होने के बाद अब अधिकारियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती ठेकेदारों के पेमेंट को लेकर आ खड़ी हुई है. नगर निगम के सभी ठेकेदारों ने समय से भुगतान नहीं होने के कारण अघोषित हड़ताल कर दी है, जिसके कारण निगम के कई काम रुक गए हैं. इस चुनौती से निपटने के लिए अब नगर निगम ठेकेदारों को मनाने में जुटा हुआ है. निगम के सामने सबसे बड़ी चिंता शहर में होने वाले आईफा अवॉर्ड को लेकर भी है.
मध्यप्रदेश में आईफा अवार्ड आयोजित होना है, जिसका मुख्य कार्यक्रम इंदौर में किया जाएगा. IIFA अवॉर्ड के लिए तैयारियों की प्रमुख रूप से जिम्मेदारी नगर निगम की है, लेकिन इसकी तैयारियां शुरू होतीं, उससे पहले ही निगम के सामने एक बड़ी परेशानी आकर खड़ी हो गई है. नगर निगम से जुड़े ठेकेदारों ने बकाया पेमेंट को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल कर दी है. नगर निगम के सभी ठेकेदार ना तो खुद काम कर रहे हैं ना ही किसी और को काम करने दे रहे हैं.
ठेकेदारों की मांग है कि नगर निगम पर कई कामों के बिल ठेकेदारों के लंबित हैं, जिन्हें काफी समय बीत चुका है और इससे पहले भी जब ठेकेदार हड़ताल पर गए थे, तो दी गई समय सीमा निकल जाने के बावजूद पेमेंट नहीं हुआ है. इसी कारण अब ठेकेदार अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं और रोजाना नगर निगम के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.
ठेकेदारों के हड़ताल पर जाने की वजह से नगर निगम के कई काम रुक गए हैं, हालांकि अधिकारियों का कहना है कि शहर में अब किसी भी नए काम को शुरू नहीं किया जा रहा है. जो काम चल रहे हैं, पहले उन्हें पूरा कर उनका पेमेंट किया जाएगा. हालांकि इसके बावजूद ठेकेदार हड़ताल खत्म करने को राजी नहीं हैं.
शहर में होने वाले IIFA अवॉर्ड को लेकर नगर निगम के सामने सबसे बड़ी चुनौती यही है कि वह ठेकेदारों से कैसे काम कराए. वहीं राज्य सरकार पर भी क्षतिपूर्ति की राशि बकाया होने के कारण नगर निगम ठेकेदारों को समय पर पेमेंट नहीं कर पा रहा है.