इंदौर, भाषा-पीटीआई। मध्य प्रदेश सरकार बुधवार रात राज्य के उन 24 छात्रों को वापस ले आई जो हिंसा प्रभावित मणिपुर में फंसे थे. एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी. अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) राजेश राजोरा ने कहा कि 23 छात्रों को नियमित उड़ान से कोलकाता के रास्ते इंदौर भेजा गया, जबकि एक अन्य छात्र नागपुर पहुंचा, जहां से वह मप्र के छिंदवाड़ा में अपने घर जाएगा. उन्होंने कहा कि बाकी 23 छात्र विभिन्न जिलों में अपने घरों के लिए रवाना होंगे.
6 दिन छात्रावास से बाहर नहीं निकले छात्र: मणिपुर से लौटे छात्रों में से इंदौर निवासी कर्ण कुंटे ने कहा कि पूर्वोत्तर राज्य में स्थिति बहुत गंभीर है. उसने इंदौर के देवी अहिल्याबाई होल्कर हवाईअड्डे पर पीटीआई-भाषा से कहा, ''हम छह दिन तक अपने छात्रावास से बाहर नहीं निकले. अब घर लौटकर बहुत खुशी हो रही है. हवाई अड्डे पर कुंटे के लिए माता-पिता के साथ यह एक भावनात्मक पुनर्मिलन था. एयरपोर्ट से बाहर आते ही उनकी मां ने उसे गले से लगा लिया और उनका माथा चूम लिया.
हिंसा में अब तक 60 की मौत: बता दें कि मणिपुर की पहाड़ियों में रहने वाले आदिवासियों और इंफाल घाटी में रहने वाले बहुसंख्यक मैइती समुदाय के बीच अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मांग को लेकर हिंसा हो रही है. झड़पों में कम से कम 60 लोग मारे गए हैं. 23,000 से अधिक लोगों को बचाया गया है और सैन्य छावनियों और राहत शिविरों में शरण दी गई है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को मणिपुर में फंसे राज्य के छात्रों से बात की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया था. उन्होंने रविवार को मणिपुर के अपने समकक्ष एन बीरेन सिंह से भी फोन पर बात की थी.
(भाषा-पीटीआई)