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मैग्नीफिसेंट मध्यप्रदेश 2019 समिट: एमओयू नहीं निवेश के संकल्प को धरातल पर लाने की है तैयारी

प्रदेश की व्यापारिक राजधानी इंदौर में कमलनाथ सरकार राज्य में निवेश बढ़ाने के लिए मध्यप्रदेश मैग्नीफिसेंट समिट का आयोजन कर रही है. ये समिट 16 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक चलेगा. जिसमें देश- विदेश के उद्योगपति शामिल होंगे.

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Published : Oct 9, 2019, 6:24 PM IST

मुख्य सचिव एसआर मोहंती

इंदौर। प्रदेश की कमलनाथ सरकार शहर में मध्यप्रदेश मैग्नीफिसेंट इन्वेस्टर समिट- 2019 का आयोजन करने जा रही है. जिसमें देश विदेश के उद्योगपति शामिल होंगे. इस समिट में निवेशक एमओयू नहीं, बल्कि राज्य में वास्तविक निवेश के संकल्प के साथ मैदान में उतरेंगे. दरअसल कमलनाथ सरकार ने इस बार उन्हीं निवेशकों से निवेश कराने का प्लान तैयार किया है, जो वास्तव में प्रदेश में उद्योग लगाने के इच्छुक हैं. ये समिट 16 से 18 अक्टूबर तीन दिनों तक चलेगा.

समिट का शेड्यूल

कमलनाथ सरकार के पहले इन्वेस्टर समिट के भव्य आयोजन के पहले दिन 16 और 17 अक्टूबर को उन उद्योगपतियों की सूची जारी करेगी, जो वास्तव में मध्यप्रदेश में अपने उद्योग लगाने के इच्छुक हैं. वहीं 17 अक्टूबर को आयोजन स्थल पर ही प्रदेश के विकास और औद्योगिक संभावनाओं को मूर्त रूप देने के लिए प्रदर्शनी लगाई जाएगी. मुख्य आयोजन 18 अक्टूबर को सुबह 11:00 बजे मुख्यमंत्री कमलनाथ समेत देश विदेश के बड़े उद्योग पतियों की मौजूदगी में होगा. इस दौरान इनॉग्रेशन सेरिमनी और लंच के साथ विभिन्न उद्योगपतियों से सीधे संवाद के 8 सत्र होंगे.

उद्योगपति संचालित करेंगे सत्र

संवाद सत्र में पहली बार खुद उद्योगपति ही संचालन करते नजर आएंगे. दरअसल पहली बार देश में अलग तरह की इन्वेस्टर समिट को लेकर सीएम कमलनाथ की कोशिश है कि, हर बार की तरह होने वाले लंबे चौड़े कागजी एमओयू के स्थान पर विश्वास के साथ उन्हीं निवेशकों से संवाद किया जाए, जो वास्तव में मध्य प्रदेश में उद्योग लगाना चाहते हैं, यही वजह है कि इस बार कमलनाथ सरकार ने उद्योगपतियों के साथ एमओयू करने की परंपरा से हटकर उनकी इच्छा के मुताबिक निवेश का माहौल तैयार करने की रणनीति तैयार की है.

मैग्नीफिसेंट मध्यप्रदेश 2019


निवेश के मुख्य कोर सेक्टर

राज्य में नया जीएसटी आने के बाद वेयरहाउसिंग और एग्रो प्रोसेसिंग की संभावनाएं तेजी से बढ़ी है. लिहाजा कमलनाथ सरकार ने मैग्नीफिसेंट मध्य प्रदेश में इस सेक्टर के अलावा पर्यटन फॉर्मा, आईटी और आर्टिफिशियल हब के अलावा परंपरागत ऊर्जा सोलर ऊर्जा, एफएमसीजी समेत सीमेंट और माइनिंग सेक्टर पर भी फोकस किया है.

निवेशकों को घुमाए जाएंगे पर्यटन स्थल

मैग्नीफिसेंट मध्यप्रदेश समिट में आने वाले वीआईपी को आसपास के तीर्थ स्थल पर भी घुमाया जाएगा. आयोजन में स्थानीय सांसद, मंत्री और विधायक आमंत्रित रहेंगे. इसके अलावा शहर के प्रमुख मार्ग और प्रमुख इमारतों को आकर्षक लाइटिंग के जरिए सजाया जाएगा. आयोजन के दौरान पूरा स्थल वाई-फाई से कनेक्ट रहेगा.

राज्य में मंदी का असर नहीं

कमलनाथ सरकार की पहली इन्वेस्टर्स समिट के पहले राज्य सरकार ने दावा किया है कि, राज्य में 146 फ़ीसदी अतिवृष्टि के कारण 60 लाख हेक्टेयर मैं तैयार फसल बर्बाद हो चुकी है. इसके अलावा राज्य को 16 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है, ऐसे में कमलनाथ सरकार की कोशिश है कि राज्य में जो 26 हजार हेक्टेयर का लैंड बैंक है, उस पर नए निवेशकों को उद्योग लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए.

मुख्य सचिव एसआर मोहंती ने मैग्नीफिसेंट मध्यप्रदेश के भव्य आयोजन को लेकर तमाम तैयारियों की समीक्षा की और बताया कि जिस संख्या में देश-विदेश के उद्योगपति कमलनाथ सरकार के पास पहुंच रहे हैं, उससे अंदाजा लगता है कि मध्य प्रदेश में फिलहाल मंदी का असर नहीं है.

इंदौर। प्रदेश की कमलनाथ सरकार शहर में मध्यप्रदेश मैग्नीफिसेंट इन्वेस्टर समिट- 2019 का आयोजन करने जा रही है. जिसमें देश विदेश के उद्योगपति शामिल होंगे. इस समिट में निवेशक एमओयू नहीं, बल्कि राज्य में वास्तविक निवेश के संकल्प के साथ मैदान में उतरेंगे. दरअसल कमलनाथ सरकार ने इस बार उन्हीं निवेशकों से निवेश कराने का प्लान तैयार किया है, जो वास्तव में प्रदेश में उद्योग लगाने के इच्छुक हैं. ये समिट 16 से 18 अक्टूबर तीन दिनों तक चलेगा.

समिट का शेड्यूल

कमलनाथ सरकार के पहले इन्वेस्टर समिट के भव्य आयोजन के पहले दिन 16 और 17 अक्टूबर को उन उद्योगपतियों की सूची जारी करेगी, जो वास्तव में मध्यप्रदेश में अपने उद्योग लगाने के इच्छुक हैं. वहीं 17 अक्टूबर को आयोजन स्थल पर ही प्रदेश के विकास और औद्योगिक संभावनाओं को मूर्त रूप देने के लिए प्रदर्शनी लगाई जाएगी. मुख्य आयोजन 18 अक्टूबर को सुबह 11:00 बजे मुख्यमंत्री कमलनाथ समेत देश विदेश के बड़े उद्योग पतियों की मौजूदगी में होगा. इस दौरान इनॉग्रेशन सेरिमनी और लंच के साथ विभिन्न उद्योगपतियों से सीधे संवाद के 8 सत्र होंगे.

उद्योगपति संचालित करेंगे सत्र

संवाद सत्र में पहली बार खुद उद्योगपति ही संचालन करते नजर आएंगे. दरअसल पहली बार देश में अलग तरह की इन्वेस्टर समिट को लेकर सीएम कमलनाथ की कोशिश है कि, हर बार की तरह होने वाले लंबे चौड़े कागजी एमओयू के स्थान पर विश्वास के साथ उन्हीं निवेशकों से संवाद किया जाए, जो वास्तव में मध्य प्रदेश में उद्योग लगाना चाहते हैं, यही वजह है कि इस बार कमलनाथ सरकार ने उद्योगपतियों के साथ एमओयू करने की परंपरा से हटकर उनकी इच्छा के मुताबिक निवेश का माहौल तैयार करने की रणनीति तैयार की है.

मैग्नीफिसेंट मध्यप्रदेश 2019


निवेश के मुख्य कोर सेक्टर

राज्य में नया जीएसटी आने के बाद वेयरहाउसिंग और एग्रो प्रोसेसिंग की संभावनाएं तेजी से बढ़ी है. लिहाजा कमलनाथ सरकार ने मैग्नीफिसेंट मध्य प्रदेश में इस सेक्टर के अलावा पर्यटन फॉर्मा, आईटी और आर्टिफिशियल हब के अलावा परंपरागत ऊर्जा सोलर ऊर्जा, एफएमसीजी समेत सीमेंट और माइनिंग सेक्टर पर भी फोकस किया है.

निवेशकों को घुमाए जाएंगे पर्यटन स्थल

मैग्नीफिसेंट मध्यप्रदेश समिट में आने वाले वीआईपी को आसपास के तीर्थ स्थल पर भी घुमाया जाएगा. आयोजन में स्थानीय सांसद, मंत्री और विधायक आमंत्रित रहेंगे. इसके अलावा शहर के प्रमुख मार्ग और प्रमुख इमारतों को आकर्षक लाइटिंग के जरिए सजाया जाएगा. आयोजन के दौरान पूरा स्थल वाई-फाई से कनेक्ट रहेगा.

राज्य में मंदी का असर नहीं

कमलनाथ सरकार की पहली इन्वेस्टर्स समिट के पहले राज्य सरकार ने दावा किया है कि, राज्य में 146 फ़ीसदी अतिवृष्टि के कारण 60 लाख हेक्टेयर मैं तैयार फसल बर्बाद हो चुकी है. इसके अलावा राज्य को 16 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है, ऐसे में कमलनाथ सरकार की कोशिश है कि राज्य में जो 26 हजार हेक्टेयर का लैंड बैंक है, उस पर नए निवेशकों को उद्योग लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए.

मुख्य सचिव एसआर मोहंती ने मैग्नीफिसेंट मध्यप्रदेश के भव्य आयोजन को लेकर तमाम तैयारियों की समीक्षा की और बताया कि जिस संख्या में देश-विदेश के उद्योगपति कमलनाथ सरकार के पास पहुंच रहे हैं, उससे अंदाजा लगता है कि मध्य प्रदेश में फिलहाल मंदी का असर नहीं है.

Intro:देश के हृदय प्रदेश या ने मध्य प्रदेश में इस बार देसी विदेशी निवेशक एमओयू नहीं बल्कि राज्य में वास्तविक निवेश के संकल्प के साथ मैदान में उतरेंगे दरअसल राज्य की कमलनाथ सरकार ने इस बार राज्य में उन्हीं निवेशकों से निवेश कराने का प्लान तैयार किया है जो वास्तव में मध्यप्रदेश में उद्योग लगाने के इच्छुक हैं 16 17 और 18 अक्टूबर को इंदौर में आयोजित मैग्नीफिसेंट मध्य प्रदेश में इस बार सरकार की मौजूदगी में देश-विदेश के तमाम उद्योगपति आपस में संवाद करके मध्यप्रदेश में वास्तविक रूप से निवेश की प्लानिंग खुद करेंगे आज इंदौर के ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में मुख्य सचिव एसआर मोहंती ने मैग्नीफिसेंट मध्यप्रदेश के भव्य आयोजन को लेकर तमाम तैयारियों की समीक्षा की


Body:मध्य प्रदेश सरकार के पहले इन्वेस्टर समिट के भव्य आयोजन के पहले दिन 16 और 17 अक्टूबर को कमलनाथ सरकार उन उद्योगपतियों की सूची जारी करेगी जो वास्तव में मध्यप्रदेश में अपने उद्योग लगाने के इच्छुक हैं वहीं 17 अक्टूबर को आयोजन स्थल पर ही प्रदेश के विकास और औद्योगिक संभावनाओं को मूर्त रूप देते प्रदर्शनी लगाई जाएगी मुख्य आयोजन 18 अक्टूबर को सुबह 11:00 बजे मुख्यमंत्री कमलनाथ समेत देश विदेश के ख्यात उद्योग पतियों की मौजूदगी में होगा इस दौरान इनॉग्रेशन सेरिमनी और लंच के साथ विभिन्न उद्योगपतियों से सीधे संवाद के 8 सत्र होंगे जो शाम तक चलेंगे उद्योगपतियों के संवाद के सत्र पहली बार खुद उद्योगपति ही संचालित करते नजर आएंगे इस दौरान निवेश की संभावनाओं और अलग-अलग उद्योग लगाने की तमाम व्यवस्थाओं को लेकर ख्यात उद्योगपति राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस के दौरान एंकरिंग भी खुद करते नजर आएंगे इस दौरान वे अन्य निवेशकों को मध्यप्रदेश में निवेश के लिए प्रोत्साहित भी करेंगे दरअसल पहली बार देश में अलग तरह की इन्वेस्टर समिट को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ की कोशिश है कि हर बार की तरह होने वाले लंबे चौड़े कागजी एमओयू के स्थान पर विश्वास के साथ उन्हीं निवेशकों से संवाद किया जाए जो वास्तव में मध्य प्रदेश में उद्योग लगाना चाहते हैं यही वजह है कि इस बार कमलनाथ सरकार ने उद्योगपतियों के साथ एमओयू करने की परंपरा से हटकर उद्योग पतियों की इच्छा के मुताबिक निवेश का माहौल तैयार करने की रणनीति तैयार की है


Conclusion:यह रहेंगे निवेश के प्रमुख कोर सेक्टर
राज्य में नया जीएसटी आने के बाद मध्यप्रदेश में वेयरहाउसिंग राशि और एग्रो प्रोसेसिंग की संभावनाएं तेजी से बढ़ी है लिहाजा कमलनाथ सरकार ने मैग्नीफिसेंट मध्य प्रदेश मैं इस सेक्टर के अलावा पर्यटन फार्मा आईटी और आर्टिफिशियल हब के अलावा परंपरागत ऊर्जा सोलर ऊर्जा एफएमसीजी समेत सीमेंट और माइनिंग सेक्टर पर फोकस किया है इन क्षेत्रों के लिए प्रमुख तौर पर निवेश कराने का प्लान भी तैयार किया गया है इसी के अनुरूप पहली बार अलग-अलग करीब 10 विभागों की नीति भी अलग से तैयार की गई है

यह रहेंगे मुख्य आकर्षण
मैग्नीफिसेंट मध्यप्रदेश में आने वाले वीआईपी को आसपास के तीर्थ स्थल पर भी घुमाया जाएगा आयोजन में इंदौर के स्थानीय सांसद मंत्री और विधायक आमंत्रित रहेंगे इसके अलावा शहर के प्रमुख मार्ग और प्रमुख इमारतों को आकर्षक लाइटिंग के जरिए सजाया जाएगा आयोजन के दौरान विद्युत आपूर्ति सुचारू रहे इसके लिए पूरे आयोजन स्थल को जनरेटर से भी कनेक्ट किया जाएगा आयोजन के दौरान पूरा आयोजन स्थल वाईफाई से कनेक्ट रहेगा इधर एयरपोर्ट के अलावा आयोजन स्थल पर भी निवेशकों को कोई परेशानी ना हो इसलिए हेल्पडेस्क कॉर्नर स्थापित किए जाएंगे

यह रहेंगी व्यवस्थाएं
वीआईपी और ख्यात उद्योगपतियों के प्लेन और चार्टर्ड की पार्किंग इंदौर एयरपोर्ट के अलावा अतिरिक्त तौर पर भोपाल एयरपोर्ट पर भी रहेगी एयरपोर्ट के अलावा भोपाल इंदौर मार्ग समेत ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर तक के क्षेत्र में आकर्षक साज-सज्जा और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के फोटो वाले फ्लेक्स लगाए जाएंगे आयोजन के दौरान बीआईपी को कोई परेशानी ना हो इसके लिए नगर निगम जनसंपर्क विभाग जिला प्रशासन पुलिस समेत अन्य विभाग समन्वय के साथ व्यवस्थाओं की निगरानी करेंगे निवेशकों के लिए होटल आवासी व्यवस्था समेत अधिकारियों और अन्य आगंतुकों सहित प्रेस के लिए तमाम व्यवस्थाएं अभी से जुटाने के निर्देश दिए गए हैं आयोजन में सिर्फ आमंत्रित अतिथि ही प्रवेश पा सकें इसकी व्यवस्था भी पास के जरिए की जा रही है साथ ही अलग-अलग पार्किंग पास और पार्किंग का प्लान भी नए सिरे से तैयार किया जा रहा है

राज्य में मंदी का असर नहीं
कमलनाथ सरकार की पहली इन्वेस्टर्स समिट के पहले राज्य सरकार ने आज दावा किया है कि राज्य में 146 फ़ीसदी अतिवृष्टि के कारण 60 लाख हेक्टेयर मैं तैयार फसल बर्बाद हो चुकी है इसके अलावा राज्य को 16000 करोड रुपए का नुकसान हुआ है ऐसे में कमलनाथ सरकार की कोशिश है कि राज्य में जो 26000 हेक्टेयर का लैंड बैंक है उस पर नए निवेशकों को उद्योग लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए आज मुख्य सचिव एसआर मोहंती ने दावा किया कि जिस संख्या में देश विदेश के उद्योगपति कमलनाथ सरकार के पास पहुंच रहे हैं उससे अंदाजा लगता है कि मध्य प्रदेश में फिलहाल मंदी का असर नहीं है

बाइट एसआर मोहंती मुख्य सचिव मध्यप्रदेश
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