ETV Bharat / state

Indori Dhartipakd Again In Election : इस हार में भी जीत है .. 17 बार जमानत गंवाई पर हिम्मत नहीं हारी, 'इंदौरी धरतीपकड़' फिर चुनाव मैदान में

इंदौर में 'इंदौरी धरतीपकड़' के नाम से मशहूर बुजुर्ग व्यवसायी इस बार फिर चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं. हर बार जमानत जब्त होने के बाद भी वह हर चुनाव में नए सिरे से लड़ते हैं. अब तक वह 17 चुनाव हार चुके हैं लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी. खास बात यह है कि उनके पिता भी हर चुनाव में किस्मत आजमाते रहे हैं. (Lost bail 17 times but not lose courage) (Indori Dhartipakd again in election fray) (Indore Mayor election)

Indori Dhartipakd again in election fray
17 बार जमानत गंवाई पर हिम्मतन नहीं हारी
author img

By

Published : Jun 13, 2022, 3:09 PM IST

Updated : Jun 13, 2022, 7:24 PM IST

इंदौर। शहर के 62 वर्षीय रियल एस्टेट कारोबारी परमानंद तोलानी 17 बार अलग-अलग चुनावों में अपनी जमानत राशि गंवा चुके हैं. इसके बावजूद इस बार फिर मैदान में हैं. अगले महीने इंदौर में होने वाले मेयर चुनाव के लिए उन्होंने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है. गैर-राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले कारोबारी परमानंद तोलानी को दो पीढ़ियों तक बिना किसी चुनावी जीत के चुनाव लड़ने और हर बार लगातार अपनी जमानत गंवाने की अनूठी परंपरा के लिए जाना जाता है. शहर में वह 'इंदौरी धरतीपकड़' के नाम से मशहूर हैं.

महापौर पद के लिए फिर निर्दलीय प्रत्याशी : इंदौर नगर निगम में महापौर पद के लिए परमानंद तोलानी ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया, जिसके लिए 6 जुलाई को मतदान होना है. रविवार को पीटीआई से बात करते हुए तोलानी ने कहा कि उम्मीदवार के तौर पर यह मेरे जीवन का 18वां चुनाव होगा. मैंने कुल 17 चुनाव लड़े हैं. इनमें मेयर पद के चुनाव के साथ-साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव भी शामिल हैं.

Politics of MPBJP : केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर बोले- महापौर व पार्षद के सभी उम्मीदवारों के नाम फाइनल, जल्द होगी घोषणा

पारिवारिक परंपरा निभा रहे हैं तोलानी : रियल एस्टेट व्यवसायी ने कहा कि हर बार जमानत राशि जब्त होने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और फिर से चुनाव लड़कर अपनी "पारिवारिक परंपरा" का पालन करना जारी रखा. मेरे पिता मेथाराम तोलानी ने अपने जीवनकाल में 30 वर्षों तक लगातार अलग-अलग चुनाव लड़े. 1988 में उनकी मृत्यु के बाद मैंने 1989 के बाद से चुनाव लड़ना शुरू किया. (Lost bail 17 times but not lose courage) (Indori Dhartipakd again in election fray) (Indore Mayor election)

इंदौर। शहर के 62 वर्षीय रियल एस्टेट कारोबारी परमानंद तोलानी 17 बार अलग-अलग चुनावों में अपनी जमानत राशि गंवा चुके हैं. इसके बावजूद इस बार फिर मैदान में हैं. अगले महीने इंदौर में होने वाले मेयर चुनाव के लिए उन्होंने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है. गैर-राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले कारोबारी परमानंद तोलानी को दो पीढ़ियों तक बिना किसी चुनावी जीत के चुनाव लड़ने और हर बार लगातार अपनी जमानत गंवाने की अनूठी परंपरा के लिए जाना जाता है. शहर में वह 'इंदौरी धरतीपकड़' के नाम से मशहूर हैं.

महापौर पद के लिए फिर निर्दलीय प्रत्याशी : इंदौर नगर निगम में महापौर पद के लिए परमानंद तोलानी ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया, जिसके लिए 6 जुलाई को मतदान होना है. रविवार को पीटीआई से बात करते हुए तोलानी ने कहा कि उम्मीदवार के तौर पर यह मेरे जीवन का 18वां चुनाव होगा. मैंने कुल 17 चुनाव लड़े हैं. इनमें मेयर पद के चुनाव के साथ-साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव भी शामिल हैं.

Politics of MPBJP : केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर बोले- महापौर व पार्षद के सभी उम्मीदवारों के नाम फाइनल, जल्द होगी घोषणा

पारिवारिक परंपरा निभा रहे हैं तोलानी : रियल एस्टेट व्यवसायी ने कहा कि हर बार जमानत राशि जब्त होने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और फिर से चुनाव लड़कर अपनी "पारिवारिक परंपरा" का पालन करना जारी रखा. मेरे पिता मेथाराम तोलानी ने अपने जीवनकाल में 30 वर्षों तक लगातार अलग-अलग चुनाव लड़े. 1988 में उनकी मृत्यु के बाद मैंने 1989 के बाद से चुनाव लड़ना शुरू किया. (Lost bail 17 times but not lose courage) (Indori Dhartipakd again in election fray) (Indore Mayor election)

Last Updated : Jun 13, 2022, 7:24 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.