इंदौर। मध्यप्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में सांवेर विधानसभा सीट सबसे ज्यादा चर्चा में है. यहां कांग्रेस के प्रेमचंद गुड्डू का मुकाबला शिवराज सरकार में मंत्री तुलसी सिलावट से हैं. दोनों ही पार्टियों के लिए यह सीट प्रतिष्ठा का विषय बन गयी है. लिहाजा कांग्रेस ने मतदाता से संपर्क बनाने के लिए खास रणनीति तैयार की है. सांवेर विधानसभा में कमलनाथ की सभा में जो भीड़ उमड़ी, उसे देखते हुए पार्टी अब सीधे कमलनाथ को जनता से जोड़ने में लग गई है. इसे लेकर कांग्रेस पार्टी ने कमलनाथ के नाम से सांवेर के हर मतदाता को पत्र लिखने की योजना बनायी है.
कमलनाथ द्वारा सांवेर विधानसभा के हर मतदाता को एक पत्र लिखा जा रहा है. इस पत्र के जरिए कमलनाथ अपनी बात सांवेर के हर मतदाता तक पहुंचाने जा रहे हैं. इसके लिए खास तरह के पत्र को तैयार किया गया है. हालांकि बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा है कि कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखने के बजाय माफी पत्र लिखना चाहिए.
पत्र में होगा कामों का ब्यौरा
इस पत्र के माध्यम से कांग्रेस मतदाताओं से सीधा संवाद करने की तैयारी में है. पूर्व सीएम की सांवेर विधानसभा में दिखती लोकप्रियता का कांग्रेस पूरी तरह से फायदा उठाना चाहती है. यही कारण है कि कांग्रेस में हुई सभा में उमड़ी भीड़ के बाद कांग्रेस ने अपनी अगली योजना में कमलनाथ का मतदाताओं से सीधा संवाद स्थापित करने की कोशिश की है. इस पत्र में 15 महीने में किए गए कामों का ब्यौरा दिया जा रहा है. साथ ही आंकड़ों के साथ यह भी बताया जाएगा कि कितने किसानों का कर्ज माफ किया गया और सांवेर विधानसभा के लिए क्या-क्या योजनाएं दी गई हैं. इस पत्र में इस बात को भी प्रमुखता से दिया जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीजेपी के साथ मिलकर किस तरह से छल कपट कर कांग्रेस की सरकार को गिराया है. कमलनाथ अपना संदेश सीधे लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं. इसलिए इस पत्र को कांग्रेस ने माध्यम बनाया है.
बीजेपी ने साधा निशाना पत्र की जगह लिखे माफी पत्र
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता ने कांग्रेस के इस अभियान पर निशाना साधते हुए कहा है कि कमलनाथ को सांवेर ही नहीं जबकि सभी सीटों पर पत्र लिखकर जनता से माफी मांगना चाहिए. जिस तरह से कमलनाथ द्वारा किए गए वादों पर वह खरे नहीं उतरे हैं. उसके लिए उन्हें जनता से माफी मांगना चाहिए.हालांकि सांवेर में कमलनाथ के पत्र को बीजेपी के कलश यात्रा का जवाब भी माना जा रहा है. बीजेपी ने गांव-गांव में निकाली कलश यात्रा के जरिए सीधे मतदाताओं से संपर्क स्थापित किया है. उसी के जवाब में अब कांग्रेस कमलनाथ के पत्र को हर मतदाता तक पहुंचाया जा रहा है.