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आखिरकार कट ही गया आकाश विजयवर्गीय का टिकट, अब पिता कैलाश विजयवर्गीय के भरोसे राजनीतिक विरासत.. 'बल्ला कांड' है कारण? - Political History of Akash Vijayvargiya

BJP Releases Candidate 5th List: भाजपा ने अपनी पांचवी लिस्ट जारी की है, जिसमें कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय का टिकट काट दिया गया है. कहा जा रहा है कि, आकाश विजयवर्गीय के टिकट कटने का कारण बल्ला कांड है.

Akash vijayvargiya
कैलाश के भरोसे आकाश विजयवर्गीय का सियासी सफर
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Oct 22, 2023, 9:44 AM IST

इंदौर। भारतीय जनता पार्टी के बदले चुनावी समीकरणों के कारण न केवल कैलाश विजयवर्गीय बल्कि उनके विधायक पुत्र आकाश विजयवर्गीय भी प्रभावित हुए हैं, घोषित हुई भाजपा की पांचवी सूची में उनके स्थान पर भाजपा नेता गोलू शुक्ला को इंदौर की तीन नंबर विधानसभा से प्रत्याशी बनाया गया है, जबकि आकाश विजय वर्गीय को निराशा हाथ लगी है.

गौरतलब है आकाश के पिता कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर की राजनीतिक विरासत आकाश के हवाले करने के साथ खुद केंद्र की राजनीति में जाने का फैसला किया था, यही वजह थी कि वह अपनी परंपरागत और भाजपा के लिए सुरक्षित मानी जाने वाली दो नंबर विधानसभा सीट आकाश विजयवर्गीय के हवाले करना चाहते थे. लेकिन पार्टी ने दो नंबर विधानसभा से लगातार वर्तमान विधायक रमेश मेंदोला को ही प्राथमिकता दी, यही वजह रही की पिछले चुनाव के दौरान कैलाश विजयवर्गीय ने पार्टी में अपने प्रभाव के चलते आकाश को तीन नंबर विधानसभा से टिकट दिलाया था. हालांकि उस दौरान भी आकाश विजयवर्गीय को 2018 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रहे अश्विन जोशी की तरफ से कड़ी चुनौती मिली थी, लेकिन अंतिम समय में आकाश विजयवर्गीय मामूली अंतर से जीत गए थे.

आखिरी उम्मीद तक लगा पार्टी देगी टिकट: आकाश विजयवर्गीय ने इंदौर की तीन नंबर विधानसभा में विकास को सदैव प्राथमिकता दी और अपने विधायक के कार्यकाल के दौरान संबंधित विधानसभा में करोड़ों के विकास कार्य करने की शुरुआत की, जिसमें कई स्कूलों का अपग्रेडेशन था. इस साल भाजपा की पहली लिस्ट आने के दौरान आकाश विजयवर्गीय को उम्मीद थी कि उन्हें इस बार भी टिकट मिल जाएगा. इसके अलावा उनके पिता आकाश के लिए दो नंबर विधानसभा से टिकट चाहते थे, लेकिन पार्टी ने प्रदेश की वर्तमान चुनावी परिस्थितियों के मध्य नजर उनके पिता कैलाश विजयवर्गीय को ही जब इंदौर की एक नंबर विधानसभा से उम्मीदवार बना दिया, तो माना जा रहा था कि अब आकाश को टिकट मिलना मुश्किल है. इसके बावजूद आकाश विजयवर्गीय ने आखिरी समय तक उम्मीद नहीं छोड़ी, इसलिए आकाश विजयवर्गीय अपने को समर्थकों के साथ अप्रत्यक्ष रूप से टिकट की मांग के लिए भोपाल भी पहुंच गए थे, लेकिन पिता के टिकट घोषित होने के बाद भी उन्होंने उम्मीद नहीं छोड़ी थी. फिलहाल कहा ये भी जा रहा है कि आकाश विजयवर्गीय के टिकट कटने का कारण बल्ला कांड है.

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क्या आकाश की राजनीतिक विरासत पर लगेगा विराम? अब भाजपा प्रत्याशियों की पांचवी सूची जारी हुई तो आकाश के स्थान पर तीन नंबर विधानसभा से गोलू शुक्ला को टिकट दिया गया है, ऐसे में अब आकाश की राजनीतिक विरासत पर विराम लगता नजर आ रहा है. हालांकि फिलहाल आकाश विजयवर्गीय की प्राथमिकता अपने पिता कैलाश को चुनाव में हर संभव तरीके से जीत दिलाना है, इसलिए वह निराशा के साथ तीन नंबर विधानसभा के स्थान पर एक नंबर विधानसभा में सक्रिय होने के लिए मजबूर हैं.

इंदौर। भारतीय जनता पार्टी के बदले चुनावी समीकरणों के कारण न केवल कैलाश विजयवर्गीय बल्कि उनके विधायक पुत्र आकाश विजयवर्गीय भी प्रभावित हुए हैं, घोषित हुई भाजपा की पांचवी सूची में उनके स्थान पर भाजपा नेता गोलू शुक्ला को इंदौर की तीन नंबर विधानसभा से प्रत्याशी बनाया गया है, जबकि आकाश विजय वर्गीय को निराशा हाथ लगी है.

गौरतलब है आकाश के पिता कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर की राजनीतिक विरासत आकाश के हवाले करने के साथ खुद केंद्र की राजनीति में जाने का फैसला किया था, यही वजह थी कि वह अपनी परंपरागत और भाजपा के लिए सुरक्षित मानी जाने वाली दो नंबर विधानसभा सीट आकाश विजयवर्गीय के हवाले करना चाहते थे. लेकिन पार्टी ने दो नंबर विधानसभा से लगातार वर्तमान विधायक रमेश मेंदोला को ही प्राथमिकता दी, यही वजह रही की पिछले चुनाव के दौरान कैलाश विजयवर्गीय ने पार्टी में अपने प्रभाव के चलते आकाश को तीन नंबर विधानसभा से टिकट दिलाया था. हालांकि उस दौरान भी आकाश विजयवर्गीय को 2018 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रहे अश्विन जोशी की तरफ से कड़ी चुनौती मिली थी, लेकिन अंतिम समय में आकाश विजयवर्गीय मामूली अंतर से जीत गए थे.

आखिरी उम्मीद तक लगा पार्टी देगी टिकट: आकाश विजयवर्गीय ने इंदौर की तीन नंबर विधानसभा में विकास को सदैव प्राथमिकता दी और अपने विधायक के कार्यकाल के दौरान संबंधित विधानसभा में करोड़ों के विकास कार्य करने की शुरुआत की, जिसमें कई स्कूलों का अपग्रेडेशन था. इस साल भाजपा की पहली लिस्ट आने के दौरान आकाश विजयवर्गीय को उम्मीद थी कि उन्हें इस बार भी टिकट मिल जाएगा. इसके अलावा उनके पिता आकाश के लिए दो नंबर विधानसभा से टिकट चाहते थे, लेकिन पार्टी ने प्रदेश की वर्तमान चुनावी परिस्थितियों के मध्य नजर उनके पिता कैलाश विजयवर्गीय को ही जब इंदौर की एक नंबर विधानसभा से उम्मीदवार बना दिया, तो माना जा रहा था कि अब आकाश को टिकट मिलना मुश्किल है. इसके बावजूद आकाश विजयवर्गीय ने आखिरी समय तक उम्मीद नहीं छोड़ी, इसलिए आकाश विजयवर्गीय अपने को समर्थकों के साथ अप्रत्यक्ष रूप से टिकट की मांग के लिए भोपाल भी पहुंच गए थे, लेकिन पिता के टिकट घोषित होने के बाद भी उन्होंने उम्मीद नहीं छोड़ी थी. फिलहाल कहा ये भी जा रहा है कि आकाश विजयवर्गीय के टिकट कटने का कारण बल्ला कांड है.

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