इंदौर। लॉकडाउन के कारण सड़कों पर अपने घरों की ओर पैदल जाते मजदूरों को लेकर भी राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है. आज इंदौर में बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण पर पलटवार करते हुए कहा, परेशान मजदूरों की मदद के लिए सोनिया गांधी को चर्च और मस्जिदों में जमा फंड का भी उपयोग करना चाहिए. विजयवर्गीय ने कहा अजमेर शरीफ की दरगाह में भी 25 सौ करोड़ का फंड जमा होता है. इसलिए उन लोगों को भी संकट के समय में मजदूरों की मदद करनी चाहिए. यही नहीं विजयवर्गीय ने कहा, केंद्र सरकार से जो मदद पश्चिम बंगाल को की जा रही है, वह भी ममता बनर्जी बांटने को तैयार नहीं है.
कैलाश विजयवर्गीय आज इंदौर के बाईपास पर सड़कों से गुजरते मजदूरों की मदद की वस्तुस्थिति देखने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता अशोक चौहान के उस बयान पर पलटवार किया जिसमें उन्होंने श्रमिकों की मदद के लिए मंदिरों के हजार करोड़ रुपए के उपयोग की बात कही है. विजयवर्गीय ने कहा महाराष्ट्र में कांग्रेस और सीपीएम ने मजदूरों को भड़का कर विरोध पैदा किया, लेकिन भाजपा मध्यप्रदेश में परेशान और गरीब मजदूरों की मदद के लिए उन्हें हर संभव सामग्री उपलब्ध कराकर मदद कर रही है. उन्होंने बताया, मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आदेश पर 2500 से ज्यादा बस और ट्रक मजदूरों को उनके घरों पर छोड़ने के लिए तैनात किए गए हैं. इसके अलावा इंदौर बाईपास से जो मजदूर उत्तर प्रदेश, बिहार और अन्य राज्यों की तरफ जा रहे हैं, उनके लिए इंदौर में जगह-जगह स्टाल लगाए गए हैं. जहां मजदूरों को खाने-पीने ठहरने और बसों आदि की व्यवस्था की जा रही है.
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा इंदौर में पश्चिम बंगाल के भी 4 हजार और राजस्थान के 6 हजार श्रमिक हैं. जिन्हें भोजन के अलावा वापस लौटने की व्यवस्था प्राथमिकता से कराई जा रही है. इस संकट के दौर में इंदौर के लोग जिस तरह से गरीब और परेशान मजदूरों की मदद कर रहे हैं. उससे पता चलता है कि इंदौर कितना अनुशंसित है और मजबूर लोगों के लिए समर्पित है.