इंदौर। प्रदेश के सभी जूनियर डॉक्टरों ने अपनी छह प्रमुख मांगों को लेकर हड़ताल पर जाने की धमकी दी थी. लिहाजा सोमवार यानी आज से जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर चले गए हैं.
दरअसल, आज से पूरे मध्य प्रदेश में 2000 जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं. अकेले शहर में 450 डॉक्टर हड़ताल पर हैं. एमवाय शासकीय डेंटल मेडिकल कॉलेज और गवर्नमेंट कैंसर हॉस्पिटल में कोरोना के अलावा भी मरीजों का इलाज किया जा रहा हैं, जहां के सारे जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं.
सेवाएं बंद करने की चेतावनी
जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि अगर आज मांगे नहीं मानी गई, तो कल से कोविड-19 अस्पताल में भी अपनी सेवाएं बंद कर देंगे. जूनियर डॉक्टरों का यह भी कहना है कि वह कोरोना वायरस महामारी के दौरान दिन-रात ड्यूटी कर रहे हैं, लेकिन 10,000 रुपये वेतन की बात तो दूर पिछले तीन माह से बेसिक सैलरी भी उन्हें नहीं दी गई हैं. लगातार सरकार को प्रस्ताव के माध्यम से जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं. बावजूद इसके उनकी मांगों को नजर अंदाज किया जा रहा हैं.
इंदौर: जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल पर जाने की दी चेतावनी
जूनियर डॉक्टर रण सिंह तोमर ने बताया कि पिछले एक साल से वह लगातार कोरोना के दौरान अपनी सेवाएं दे रहे हैं. हालांकि, मई माह में उनकी कुछ मांगे मान ली गई थी, लेकिन फिलहाल लिखित में आदेश नहीं मिलने से नाराजगी व्यक्त की जा रही हैं. अभी भी कोरोना संक्रमण का खतरा रुका नहीं हैं. ऐसे में उनकी समस्या यह है कि शुरुआत में कोरोना वॉरियर्स का तमगा देकर केवल ताली और थाली से सम्मान किया गया. बता दें कि, इससे पहले भी जूनियर डॉक्टरों द्वारा मार्च और अप्रैल माह में हड़ताल की जा चुकी हैं, लेकिन शासन-प्रशासन ने अभी तक उनकी सुध नहीं ली.