इंदौर। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण की गति कुछ समय के लिए मंद पड़ने के बाद एक बार फिर से रफ्तार पकड़ रही है. इस दौरान सरकार और प्रशासन के कड़े नियमों के बावजूद नेता मान ही नहीं रहे. इंदौर सांसद शंकर लालवानी के 5 हजार नेताओं के साथ दिवाली मिलन समरोह करने के बाद, अब झाबुआ से बीजेपी सांसद गुमान सिंह डमोर के बेटे की शादी में कोरोना गाइडलाइन के उल्लंघन का मामला सामने आया है.
250 की जगह एक हजार लोग हुए शामिल
झाबुआ से बीजेपी सांसद गुमान सिंह डामोर ने अपने बेटे की शादी में कोरोना के नियमों और प्रतिबंधों को दरकिनार कर दिया. इंदौर स्थित ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित शादी समारोह में 250 की जगह एक हजार से भी ज्यादा मेहमानों का जमावड़ा लगा. इतना ही नहीं, कार्यक्रम के दौरान इंदौर और झाबुआ के सांसद और भाजपा नेता मास्क पहने बिना सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करते हुए नजर आए. कांग्रेस नेता ने पूरे मामले पर निशाना साधा है, साथ ही पूरे मामले की शिकायत पीएम मोदी से की है.
कोरोना गाइडलाइन का जमकर हुआ उल्लंघन
कांग्रेस के प्रदेश सचिव राकेश सिंह यादव ने शादी से संबंधित फोटो और वीडियो के साथ पूरे मामले की शिकायत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजी है. उनके द्वारा प्रमाण के तौर पर रिसेप्शन का फोटो भी प्रधानमंत्री कार्यालय भेजा गया है, जिसमें भाजपा सांसद गुमान सिंह डामोर और इंदौर सांसद शंकर लालवानी मास्क पहने बिना पास- पास खड़े हैं. इधर मामला सार्वजनिक होने पर अब दोनों ही सांसद मामले से बचते नजर आ रहे हैं.
सीएम को होना था शामिल
बुधवार रात को ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में पूर्व निर्धारित आयोजन के तहत झाबुआ सांसद गुमान सिंह डामोर के बेटे का रिसेप्शन आयोजित किया गया था. विवाह समारोह में ढाई सौ लोगों के ही शामिल होने की अनुमति थी, बावजूद इसके एक हजार से ज्यादा अधिकारी और भाजपा नेताओं का जमावड़ा लगा. इस समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी शामिल होना था, लेकिन वो किसी कारणवश नहीं पहुंचे.
क्या हो सकते हैं दुष्परिणाम ?
इस तरह के आयोजनों से कोरोना वायरस का संक्रमण फैलता है, इसी कारण बार-बार प्रधानमंत्री मोदी से लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान भी लोगों से गाइडलाइन का पालन करने की अपील करते रहते हैं, लेकिन जब बड़े नेता ही संकट को अनदेखा कर रहे हैं, तो जनता को कैसे संदेश जाएगा और ऐसे में भला देश को कोरोना से कैसे मुक्ति मिल पाएगी.
जबलपुर भोग चुका है लापरवाही का परिणाम
लॉकडाउन के दौरान जबलपुर नगर निगम के अपर कमिश्नर राकेश अयाची ने नियम कानून ताक पर रखकर शहर के बड़े होटल में शादी समारोह का आयोजन किया था. ये शादी राकेश अयाची के परिवार में थी. उस समय शादी में केवल 20 लोगों के शामलि होने की अनुमति थी. इसी शादी के बाद करीब 100 लोग कोरोना संक्रमित मिले थे. माना जा रहा है, इस कार्यक्रम के बाद ही जबलपुर में संक्रमण को रफ्तार मिली थी.