इंदौर। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने पटवारियों के करप्शन से जुड़े बयान पर एक बार फिर सफाई दी है. जीतू पटवारी ने कहा है, यदि उनके इस बयान पर माफी मांगने से करप्शन कम हो जाता है, तो वह एक बार नहीं सौ बार माफी मांगने के लिए तैयार हैं. साथ ही जीतू पटवारी ने कहा है कि पटवारियों को लेकर अंत का वक्तव्य इंदौर के उनकी खुद की विधानसभा के पटवारियों को लेकर था, प्रदेश के सभी पटवारियों को लेकर उन्होंने यह बयान नहीं दिया था.
जीतू पटवारी ने कहा कि वे मंत्री हैं और उनका दायित्व बनता है कि वह जिला कलेक्टर को निर्देशित करें. पटवारी ने यह भी बताया कि 370 शिकायतें जमीनों से जुड़ी हुई उनके पास आई थीं और राजस्व विभाग से जुड़ी हुई शिकायतों का निराकरण करना भी उनका काम है. उन्होंने कहा कि जिन्होंने मुझे वोट दिया उनकी समस्या दूर करना मेरा धर्म है और मैं इसे रुकूंगा नहीं.
साथ ही पटवारी ने यह भी साफ किया है कि उनका बयान सिर्फ राऊ विधानसभा के पटवारियों के संबंध में ही था. क्योंकि उन पटवारियों की लगातार शिकायतें उनके पास पहुंच रही थीं. पटवारी के मुताबिक जो शिकायतें आती है उसे ले करके उन्होंने पूरी बात कही थी और इसके लिए वे मीडिया में सारी शिकायतें जारी कर सकते हैं. जीतू पटवारी ने खेद व्यक्त करते हुए कहा कि किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची हो तो उस पर खेद प्रकट करते हैं, लेकिन भ्रष्टाचार को खत्म करना सरकार के लिए जरूरी है.
गौरतलब है कि बीते दिन जीतू पटवारी ने खुले मंच से कहा था कि , 'कलेक्टर साहब, आपके सौ फीसदी पटवारी रिश्वत लेते हैं. इन पर आप लगाम लगाइए.' बता दें कि इस बयान के बाद पटवारियों के द्वारा लगातार उच्च शिक्षा मंत्री का विरोध किया जा रहा है और इसे लेकर के पटवारियों ने काम बंद करने की चेतावनी भी दी है.