इंदौर। शहर में 18 अक्टूबर को मैग्नीफिसेंट समिट का आयोजन कमलनाथ सरकार ने किया है.जिसमें शामिल होने देश विदेश के करीब 500 से अधिक उद्योगपतियों को बुलाया गया है.लेकिन इंदौर शहर के उद्योग पतियों को सरकार ने अभी तक निमंत्रित नही किया है.जिससे उद्योगपतियों में नाराजगी है.उद्योगपतियों का कहना है कि वह मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात कर अपना विरोध दर्शायंगे.
मैग्नीफिसेंट समिट में नहीं मिला इंदौर के उद्योगपतियों को आमंत्रण, सीएम से मिलकर करेंगे विरोध - कमलनाथ सरकार
मैग्नीफिसेंट समिट में इंदौर के उद्योगपतियों को ना बुलाए जाने के कारण उद्योगपतियों में नाराजगी है.उन्होंने समिट को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं.
मेग्नीफिसेन्ट समिट में नही मिला इंदौर के उद्योगपतियों को आमंत्रण
इंदौर। शहर में 18 अक्टूबर को मैग्नीफिसेंट समिट का आयोजन कमलनाथ सरकार ने किया है.जिसमें शामिल होने देश विदेश के करीब 500 से अधिक उद्योगपतियों को बुलाया गया है.लेकिन इंदौर शहर के उद्योग पतियों को सरकार ने अभी तक निमंत्रित नही किया है.जिससे उद्योगपतियों में नाराजगी है.उद्योगपतियों का कहना है कि वह मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात कर अपना विरोध दर्शायंगे.
Intro:एंकर - इंदौर में 18 अक्टूबर को मैग्नीफिसेंट समिट होने वाली है जहां उसकी तैयारियों को लेकर प्रदेश सरकार लगातार आला अधिकारीओ की बैठक ले रही है वही देश विदेश के उद्योगपतियों को निमंत्रण दिए जा रहे हैं लेकिन इंदौर के लोकल उद्योगपतियों को ही अभी तक इमिटेशन नहीं दिए जिसका उनमें विरोध भी है और समिट के खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री से मुलाकात कर वह अपना विरोध भी जताएंगे।
Body:वीओ - मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में मुख्यमंत्री कमलनाथ प्रदेश के विकास के लिए मैग्नीफिसेंट ऑफ एमपी समिट का आयोजन करने वाले हैं इस समिट का आयोजन इंदौर में 18 अक्टूबर को होने वाला है उसके पहले देश-विदेश के कई उद्योगपतियों को प्रदेश सरकार ने कार्यक्रम के लिए इनविटेशन भी दिए हैं लेकिन इंदौर के लोकल उद्योगपतियों को अभी तक इनविटेशन नहीं मिले हैं जिसको लेकर उनमें कड़ा विरोध भी है और समय खत्म होने के बाद वह मुख्यमंत्री से मुलाकात कर अपना विरोध भी जता एंगे बता दे इंदौर एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज मध्य प्रदेश को अभी तक प्रदेश सरकार के द्वारा किसी तरह का कोई इन निमंत्रण पत्र नहीं मिला है साथी समिट को लेकर भी कई तरह के प्रश्न चिन्ह उन्होंने खड़े किए हैं उनका कहना है कि जो समिट होने वाली है यह करोड़ों अरबों रुपए वाले उद्योगपतियों की होने वाली है इसमें छोटे उद्योगपतियों को कोई फायदा नहीं होगा लेकिन उन्होंने पर विश्वास जताया है उनका कहना है कि कमलनाथ को बड़े उद्योगपतियों के साथ छोटे उद्योगपतियों का भी ध्यान रखना चाहिए और इस तरह की बड़े समित खत्म होने के बाद छोटे उद्योग पतियों की भी एक समिट रखना चाहिए जिससे प्रदेश को काफी लाभ मिलेगा माही इंदौर एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज के सचिव का कहना था कि इंदौर में पिछली सरकारों ने भी इन्वेस्टर मीट जैसी समिट करवाई है लेकिन उसका फायदा आज तक इंदौर को नहीं मिला और ना ही मध्यप्रदेश को करो रुपए का निवास हुआ लेकिन वह कहां गया अभी तक नजर नहीं आया फिलहाल जो समिट होने वाली है उसका क्या फायदा होने वाला है जब खत्म होने के बाद ही सामने आएगा।
वन टू वन - सुनील व्यास ,सचिव ,इंदौर एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज
Conclusion:वीओ - फिलहाल समिट शुरू होने को अभी 3 दिन बाकी है लेकिन जो इंदौर की लोकल इकाई या जो लोकल उद्योगपति है उनके पास अभी तक निमंत्रण पत्र नहीं पहुंचना कई प्रश्नचिन्ह खड़े कर रहे हैं।
Body:वीओ - मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में मुख्यमंत्री कमलनाथ प्रदेश के विकास के लिए मैग्नीफिसेंट ऑफ एमपी समिट का आयोजन करने वाले हैं इस समिट का आयोजन इंदौर में 18 अक्टूबर को होने वाला है उसके पहले देश-विदेश के कई उद्योगपतियों को प्रदेश सरकार ने कार्यक्रम के लिए इनविटेशन भी दिए हैं लेकिन इंदौर के लोकल उद्योगपतियों को अभी तक इनविटेशन नहीं मिले हैं जिसको लेकर उनमें कड़ा विरोध भी है और समय खत्म होने के बाद वह मुख्यमंत्री से मुलाकात कर अपना विरोध भी जता एंगे बता दे इंदौर एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज मध्य प्रदेश को अभी तक प्रदेश सरकार के द्वारा किसी तरह का कोई इन निमंत्रण पत्र नहीं मिला है साथी समिट को लेकर भी कई तरह के प्रश्न चिन्ह उन्होंने खड़े किए हैं उनका कहना है कि जो समिट होने वाली है यह करोड़ों अरबों रुपए वाले उद्योगपतियों की होने वाली है इसमें छोटे उद्योगपतियों को कोई फायदा नहीं होगा लेकिन उन्होंने पर विश्वास जताया है उनका कहना है कि कमलनाथ को बड़े उद्योगपतियों के साथ छोटे उद्योगपतियों का भी ध्यान रखना चाहिए और इस तरह की बड़े समित खत्म होने के बाद छोटे उद्योग पतियों की भी एक समिट रखना चाहिए जिससे प्रदेश को काफी लाभ मिलेगा माही इंदौर एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज के सचिव का कहना था कि इंदौर में पिछली सरकारों ने भी इन्वेस्टर मीट जैसी समिट करवाई है लेकिन उसका फायदा आज तक इंदौर को नहीं मिला और ना ही मध्यप्रदेश को करो रुपए का निवास हुआ लेकिन वह कहां गया अभी तक नजर नहीं आया फिलहाल जो समिट होने वाली है उसका क्या फायदा होने वाला है जब खत्म होने के बाद ही सामने आएगा।
वन टू वन - सुनील व्यास ,सचिव ,इंदौर एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज
Conclusion:वीओ - फिलहाल समिट शुरू होने को अभी 3 दिन बाकी है लेकिन जो इंदौर की लोकल इकाई या जो लोकल उद्योगपति है उनके पास अभी तक निमंत्रण पत्र नहीं पहुंचना कई प्रश्नचिन्ह खड़े कर रहे हैं।