इंदौर। पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के मामले में क्राइम ब्रांच ने दो युवतियों और एक युवक को हिरासत में लिया है. सभी से लगातार पूछताछ की जा रही है. वहीं उनके पास से जो इलेक्ट्रॉनिक गैजेट जब्त किए हैं, उनकी भी काफी बारीकी से जांच की जा रही है. जांच में अधिकारियों में क्राइम ब्रांच के अलावा राज्य साइबर सेल, एटीएस व अन्य विभाग शामिल है.
पिता थे फौज में सैनिक
वहीं, पकड़ी गई युवतियों के पिता के बारे में बताया जा रहा है कि उनके पिता चांद खान आर्मी से रिटायर्ड थे. चांद खान की 3 बेटियां केसर, हिना और यास्मीन है. चांद खां का निधन हो चुका है. वह आर्मी से रिटायर होने के बाद एसबीआई बैंक में सिक्योरिटी गार्ड थे. सूत्रों से पता चला है कि हिना औए यास्मीन आर्मी एरिया में घूमती रहती थीं. वहीं से मौका पाकर पाकिस्तान में वीडियो कॉलिंग करती थी. लगातार उनका पाकिस्तान से संपर्क था उनके मोबाइल की इंटरनेट कॉल सर्विलांस के माध्यम से एटीएस ने पकड़ी थी. जांच के लिए दिल्ली से महू पहुंची अब तीन लड़कियों और इस परिवार को पुलिस ने नजरबंद कर दिया है. इन सभी से बीते 4 दिनों से लगातार पूछताछ की जा रही है.
शादी के बाद पाकिस्तान शिफ्ट होने की तैयारी
पूछताछ में खुलासा हुआ कि हिना और यास्मीन फेसबुक के माध्यम से पाकिस्तान के दो युवकों से जुड़ी हुई थीं. इनके बीच फेसबुक के माध्यम से फोन नंबर का आदान-प्रदान हुआ है. लड़कियां युवक को फोन पर व्हाट्सएप और मैसेंजर पर वीडियो कॉल करती थीं. पाकिस्तानी युवक ने लड़कियों को शादी का झांसा देकर फंसाया था. लड़कियों ने बताया कि वे युवकों से शादी करना चाहती थीं. इसलिए बात कर रही थीं. शादी के बाद पाकिस्तान शिफ्ट होने वाली थी. अब एटीएस और आईबी इस बात की जांच करने में जुटे हुए हैं, कि यह प्रेम जाल कहीं हिंदुस्तान या मिलिट्री हेड क्वार्टर की खुफिया जानकारी निकालने के लिए तो नहीं था. लड़कियों से पूछताछ की जा रही है कि कहीं उन्होंने हेड क्वार्टर की जानकारी पाकिस्तान को तो नहीं दी या उन्होंने कोई डिजिटल डॉक्यूमेंट सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तान तक तो नहीं पहुंचा दिया.
यास्मीन और हिना के पिता रिटायर्ड सैन्य अधिकारी रह चुके हैं, इसलिए उनकी लड़कियों को आर्मी इलाके की अधिकतर जगहों की जानकारी है. सूत्रों के अनुसार लड़कियां हेडक्वार्टर के अंदर भी कई बार आती जाती रहती थीं. वीडियो कॉलिंग पर पाकिस्तानी युवकों को हेड क्वाटर के रास्ते और उसके अंदर की जानकारी भी संभवत युवतियों के द्वारा शेयर की गई, इसकी तहकीकात की जा रही है, इसीलिए अन्य जांच एजेंसी इस पूरे मामले में डाटा रिकवर करने में भी जुटी हुई हैं.
युवतियों ने चार महीने में बदली चार सिम
जांच एजेंसियों ने खगाली जनाकारी
युवतियों के पाकिस्तानी कनेक्शन की जांच करने वाली टीम ने कोरोना के दौरान डॉक्टर की तरह काम किया और युवतियों के घर पर नजर बनाए रखे. इस दौरान टीमों के द्वारा लगातार क्षेत्र की गतिविधियों के साथ ही युवतियों की गतिविधियों पर भी नजर रखी गई. जैसे ही एजेंसियों को इस पूरे मामले में युवतियों की संदिग्ध जानकारी हाथ लगी. उसके बाद क्राइम ब्रांच सहित अन्य विभागों ने दबिश डालकर युवतियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी.
हिना बिजली विभाग में तो अन्य युवती आशा कार्यकर्ता
पिता की मौत होने के बाद में हिना और यास्मीन घर में अपनी एक अन्य बहन के साथ रहती थीं. हिना बिजली विभाग में कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी करती थी, जबकि यास्मीन एक निजी स्कूल में टीचर थी. वहीं यह भी बताया जा रहा है कि यास्मीन आशा कार्यकर्ता भी रह चुकी है, लेकिन उसने वह नौकरी छोड़कर एक स्कूल में टीचर की नौकरी कर ली थी.
आर्मी इंटेलीजेंश और आईबी की टीम पहुची इंदौर
पूरा मामला सामने आने के तुरंत बाद आर्मी इंटेलिजेंस व आईबी की टीम इंदौर पहुंच चुकी है. देर रात जहां इंदौर के लोकल अधिकारी जिसमें आईजी, डीआईजी एसपी एडिशनल एसपी स्तर के अधिकारी शामिल थे. उनसे घंटों इस पूरे मामले से संबंधित जो एविडेंस अभी तक लोकल पुलिस ने बरामद किए हैं उनकी जानकारी जुटाई, तो वहीं अब पूरे मामले को आईबी ने अपने हाथ में ले लिया है. इसी दौरान यह जानकारी सामने आई है कि एक युवती तकरीबन डेढ़ साल से पाकिस्तानी युवक से संपर्क में थी. वहीं, युवतियों के तीन बैंक अकाउंट भी पुलिस को मिले हैं, जिनकी जांच पड़ताल की जा रही है, लेकिन अब पूरे मामले में आईबी और आर्मी इंटेलीजेंश ने जांच शुरू कर दी है. वहीं युवतियों ने जो डाटा डिटेल किया है उसे रिकवर किया जा रहा है.
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सिलिपर सेल की भुमिका में थी युवतियां
फिलहाल, इस पूरे मामले में इंटेलिजेंस काफी बारीकी से जांच पड़ताल करने में जुटी हुई है, लेकिन प्रारंभिक तौर पर यह बात सामने आ रही है कि यह युवतियां स्लीपर सेल की भूमिका में थी. वहीं युवतियों के अकाउंट भी मिले हैं लेकिन उनमें ज्यादा रुपया नहीं मिला है. फिलहाल, इस मामले में इंदौर के आईजी कार्यालय पर लगातार अलग-अलग विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक चल रही है. पूरे मामले में जो भी डाटा अभी तक बरामद हुआ है उसकी जांच की जा रही है. बता दें कि आने वाले समय में इस पूरे मामले में कुछ और बड़े खुलासे किए जा सकते हैं.