इंदौर। स्वच्छता में चौथी बार इंदौर देश में नंबर वन आया है, लेकिन शहर में लगातार सड़कों पर भिक्षुक भी नजर आ रहे हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए एनजीओ के सहयोग से नगर निगम ने भिक्षुक पुनर्वास का अभियान एक बार फिर बुधवार से शुरू किया.
इंदौर में बढ़ी भिक्षुओं की संख्या
दरअसल, सावन माह में अन्य जिले और राज्यों से भी भिक्षा मांगने के लिए लोग इंदौर का रुख कर रहे हैं, जिसके चलते शहर में इनकी तादाद बढ़ती जा रही है. इसी को लेकर इंदौर नगर निगम द्वारा बड़ा गणपति और मल्हारगंज से कई पुरुष भिखारियों को पकड़ कर परदेशीपुरा भिक्षुक केंद्र पहुंचाया. साथ है बुधवार भगवान गणेश का दिन होने के चलते खजराना गणेश मंदिर भी पहुंची. नगर निगम और एनजीओ की टीम ने कई महिला भिक्षुकों को समझाइश देकर घर भेजा.
इंदौर में भिक्षुओं को लेकर अभियान शुरू
इंदौर शहर को भिक्षु मुक्त बनाने को लेकर नगर निगम ने अभियान शुरू कर दिया है. इस अभियान को लेकर नगर निगम ने इस भिक्षुओं को चिन्हित करने और इनके पुनर्वास के लिए योजना बनाने का काम शुरू कर दिया है, जिसके तहत निगम सभी भिक्षुओं की गणना करेगा और उनकी संपूर्ण जानकारी लेगा.
रोजगार और मकान दिलाएगा निगम
निगम भिक्षुओं के लिए पुनर्वास की योजना पर भी काम कर रहा है, जिसके तहत नगर निगम भिक्षुओं को रोजगार और मकान दिलाने का काम भी करेगा. वर्तमान में बेघर भिक्षुओं के लिए नगर निगम ने अस्थायी व्यवस्था रेन-बसेरों में करने का मन बनाया है. निगम की टीम एनजीओ के साथ ट्रैफिक सिग्नल प्वाइंट, धर्म स्थलों के आस-पास, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन सहित अन्य स्थानों पर भिक्षावृत्ति करने वालों को केंद्र पर पहुंचाएगी.
इंदौर रेलवे स्टेशन पर बढ़ रही है यात्रियों की संख्या
जहां उनके रहने और खाने की पूरी व्यवस्था रहेगी. यदि कोई काम करना चाहता है तो उसे रोजगार भी दिलाया जाएगा. यदि कोई परिवार अपने परिजन को लेकर जाना चाहता है, तो उसे कानूनी प्रक्रिया के तहत सौंपा जाएगा. यदि वे फिर से भिक्षा मांगते नजर आए तो परिवार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.