इंदौर। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए नगर निगम ने अब भीलवाड़ा का प्रभावी मॉडल अपनाने की तैयारी कर रहा है. इंदौर में अब सभी घरों की स्क्रीनिंग कराई जाएगी, आने वाले 8 से 10 दिनों में पूरे शहर का सर्वे कर कोरोना की रोकथाम के लिए समुचित प्रयास किए जाएंगे.
कोरोना वायरस से निपटने के लिए जिला प्रशासन के साथ अब नगर निगम भी मोर्चा सभालेगा. शहर से निकलने वाली कचरा गाड़ियों की तर्ज पर अब हर घर का सर्वे भी कराया जाएगा. ये मॉडल सबसे पहले राजस्थान के भीलवाड़ा ने अपनाया था. जिसके बाद भीलवाड़ा की चर्चा पूरे देश में हो रही है. कोरोना वायरस के खिलाफ जारी युद्ध में अब भीलवाड़ा के प्रभाव की मॉडल को मुख्य हथियार बनाया जाएगा. भीलवाड़ा की तर्ज पर शहर भर में स्क्रीनिंग का काम नगर निगम के द्वारा शुरू किया जा रहा है. जिसमें जिला प्रशासन भी सहयोगी के तौर पर निगम का साथ देगी.
1800 टीमों के जरिए होगा सर्व का काम
इसके लिए 1800 टीमें मैदान में उतरेगी, जिसमें से 1 हजार नगर निगम की और बाकी आशा कार्यकर्ता और शिक्षकों को मिलाकर बनाई गई है. ये सभी जिले भर में घर घर जाकर जांच करेगी और पता लगाएंगे कि कुछ लोगों में कोरोना के लक्षण तो नहीं है. इसकी जानकारी टीम के द्वारा ऐप में दर्ज की जाएगी. यदि किसी व्यक्ति में कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखाई देते हैं तो इसकी जानकारी तुरंत संबंधित डॉक्टर के पास पहुंचेंगे और उसके बाद डॉक्टरों की टीम पहुंचकर पूरा टेस्ट.
शहर भर में होगी स्क्रीनिंग
राजस्थान राज्य के भीलवाड़ा शहर में कोरोना वायरस के शुरुआती दौर में ही शहर भर की स्क्रीनिंग का दौर शुरू कर दिया गया था. भीलवाड़ा प्रशासन की ये प्लानिंग कारगर भी साबित हुई और यही वजह है कि अब कोरोना वायरस के खिलाफ भीलवाड़ा मॉडल को आदर्श मानकर इंदौर में भी स्क्रीनिंग का काम तेजी से किया जाएगा.