इंदौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर को पर्यावरण की दृष्टि से भी समृद्ध करने के लिए अब इंदौर के एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) सुधारने की कवायद शुरू हो गई है. इसे लेकर इंदौर प्रशासन ने आज एक बड़ा फैसला लिया है. जिसमें अब प्रदूषण फैलाने वाले व्यवसाई वाहनों पर जुर्माना किया जाएगा. वहीं जो निजी वाहन चालक एक साथ 1000 रुपए का पेट्रोल अपनी गाड़ी में भरवाएंगे उनके वाहन की प्रदूषण संबंधी जांच फ्री में कराई जाएगी.
प्रदूषण फैलाने वाले कामर्शियल वाहनों पर लगेगा जुर्मानाः इंदौर में एयर क्वालिटी इंडेक्स सुधारने को लेकर संभाग आयुक्त कार्यालय में हुई बैठक में इस आशय की तैयारियां की गई हैं. संभागायुक्त डॉ. पवन शर्मा ने बताया शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स सुधारने के लिए तैयारियां युद्ध स्तर पर की जा रही हैं. लिहाजा अब शहर के सभी निजी वाहन चालकों को जागरूक किया जाएगा. वहीं जो कामर्शियल वाहन शहर की सड़कों पर प्रदूषण फैलाते पाए जाएंगे उनके खिलाफ मौके पर ही जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा निजी वाहन चालकों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए उनके वाहनों में 1000 रुपए का पेट्रोल भरवाने पर प्रदूषण की जांच होगी मुफ्त कराई जाएगी.
शहर के प्रदूषण की हालत चिंताजनकः फिलहाल इंदौर जैसे महानगर में वायु प्रदूषण के लिहाज से हालात सामान्य नहीं है शहर के विभिन्न व्यस्ततम चौराहों पर निर्धारित से भी अधिक मात्रा में वायु प्रदूषण देखा जा रहा है जो स्वास्थ्य की दृष्टि से घातक है फिलहाल इंदौर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 68 है जो मॉडरेट श्रेणी में पाया जाता है शाम होते होते इसकी दर करीब 70 से 75 हो जाती है जो स्वास्थ्य की दृष्टि से नुकसानदयक है यही वजह है कि एयर क्वालिटी इंडेक्स सुधार से जुड़ी एजेंसियां अब प्रदूषण से बचने के लिए मास्क लगाने और प्रदूषण के संदर्भ में सचेत रहने की अपील भी कर रही है राष्ट्रीय एयर क्वालिटी सुधार कार्यक्रम के लिए इंदौर करीब 100 करोड़ की राशि खर्च कर चुका है लेकिन फिर भी धूल में खतरनाक धूल कण पीएम 2.5 की मात्रा मैं कोई कमी नहीं आई है दरअसल दुनिया के 6475 शहरों की एयर क्वालिटी रैंकिंग में भी इंदौर का स्थान 137 वां है इसकी बड़ी वजह है इंदौर की हवा में धूल के कण तय मानक से 9 गुना ज्यादा है इधर चुनौती इस बात को लेकर भी है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हाल ही में हवा में खतरनाक पार्टिकुलेट मैटर पीएम 2.5 का न्यूनतम मानक 10 से घटाकर 5 माइक्रोग्राम कर दिया है जिसे लेकर एयर क्वालिटी इंडेक्स सुधारने की चुनौतियां भी बड़ी है.