इंदौर। देश में सनातन धर्म को लेकर सत्ता और विपक्ष के बीच बयान बाजी जारी है. इसी के चलते अब केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने सनातन विरोधियों को इंडिया के राजनीतिक दलों का लगेज बताया है. उन्होंने इंदौर में कहा ''अगला चुनाव सनातन धर्म और इंडिया के बीच होगा. इंडिया के लोगों को सोचना होगा कि वह सनातन धर्म को खत्म करने वालों के लगेज को साथ लेकर चलना चाहते हैं या फिर भारतीय संस्कृति के लोगों के साथ खड़े होना चाहते हैं.''
विपक्ष पर साधा निशाना: गुजरात के वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय मत्स्य एवं पशुपालन मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला भी डीएमके के मंत्री उदय स्टालिन के बयान से खासे नाराज हैं. इतना ही नहीं रूपाला ने इस मसले पर कांग्रेस समेत इंडिया के राजनीतिक दलों को आड़े हाथों लेते हुए कहा ''सनातन धर्म भारतीय पैदाइश है, यह किसी के द्वारा सृजन किया हुआ या बनाया हुआ नहीं है. सनातन धर्म किसी की दया का मोहताज भी नहीं है. हमारे संविधान की रक्षा करने वालों और हमारे पुरखों ने यह व्यवस्था दी है. लेकिन सनातन में किसी के मरने या किसी को खत्म करने जैसी गुंजाइश नहीं है.''
सनातन को खत्म करने वालों का लगेज लेकर चल रहे राजनीतिक दल: उन्होंने कहा कि ''हमारे देश में सभी का आधार है, सभी का सम्मान है, इसी को सनातन कहते हैं. लेकिन जो लोग सनातन को खत्म करने की बात करते हैं वह हमारे संविधान की मूल अवधारणा की खिलाफत करते हैं.'' उन्होंने अगला चुनाव सनातन वर्सेस इंडिया के बीच होने के सवाल पर कहा कि यह तो इंडिया वालों को सोचना होगा कि वह कैसे लोगों के साथ हैं. वह सनातन संस्कृति को खत्म करने वालों का लगेज लेकर चलना चाहते हैं या फिर चुनाव में देश की संस्कृति से जुड़े लोगों के साथ खड़ा होना चाहते हैं. यह लड़ने वालों को तय करना है या फिर देश की जनता तय करेगी कि वह सनातन धर्म के लोगों के साथ हैं या फिर सनातन धर्म की खिलाफत करने वाले लोगों के साथ.''