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स्वाद की राजधानी में नई पहल, शेफ लैब ऐप बढ़ाएगा इंदौरियों का जायका, घर-घर से होगी पारंपरिक फूड की डिलीवरी

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Published : Feb 8, 2023, 6:14 PM IST

ऐसी गृहणियां जो घर बैठे अच्छे से अच्छा पकवान बना लेती हैं, जिन्हें अपनी किसी खास डिश में महारत हासिल है, लेकिन उसे कोई जानता नहीं है. इसी पहचान को दिलाने इंदौर में एक स्टार्टअप की शुरूआत हो रही है. जिसमें इंदौरी फूड की डिलीवरी घरों के किचन से भी हो सकेगी. इससे महिला और पुरुष को पहचान के साथ इनकम भी मिलेगी.

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स्वाद की राजधानी में नई पहल
स्वाद की राजधानी में नई पहल

इंदौर। मिनी मुंबई कहे जाने वाला इंदौर अपनी स्वच्छता और जायके के लिए देशभर में फेमस है. इंदौर के छप्पन में जायकों का वैरायटी मिलती है. आपके स्वाद को और बढ़ाने के लिए इंदौर में एक नई पहल शुरू हो रही है. जी हां देशभर में पसंद किए जाने वाले इंदौरी फूड की डिलीवरी अब उन घरों के किचन से भी हो सकेगी, जहां तैयार किए जाने वाले तरह-तरह के व्यंजनों की भारी मांग हर कहीं है. लिहाजा इंदौर के एक स्टार्टअप ने अब उन घरों की महिलाओं को भी कॉरपोरेट फूड डिलीवरी सिस्टम से जुड़ने का मौका दिया है, जिनकी किसी ना किसी व्यंजन को बनाने में खासी महारत है. शेफ लैब नामक इस ऐप के जरिए विभिन्न घरों की महिलाएं अपनी अपनी डिशेज अब सीधे ऑनलाइन ऑर्डर देने वाले ग्राहकों को डिलीवर कर अपने आमदनी का जरिया भी खड़ा कर सकेंगी.

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शेफ लैब दिलाएगी पहचान: दरअसल देश और दुनिया में तेजी से विकसित होते फूड डिलीवरी सिस्टम के चलते इंदौर में ही प्रतिदिन करीब 24 हजार डिलीवरी ऑर्डर के जरिए तरह-तरह के व्यंजनों की डिलीवरी होती है. इस डिलीवरी सिस्टम में फिलहाल वह रेस्टोरेंट और शेफ जुड़े हुए हैं, जो चर्चित हैं. इसके बावजूद कई ग्राहक ऐसे हैं, जो जानकारी और इन्हें तैयार करने वाले की पहचान नहीं होने के कारण चाह कर भी अपनी मनपसंद के पारंपरिक व्यंजनों का आर्डर नहीं कर पाते. यही स्थिति तरह-तरह के पारंपरिक व्यंजन करने करने वाली गृहणियों की है, जो अपने द्वारा तैयार किए गए खास व्यंजन को चाह कर भी पहचान नहीं दिला पाती हैं. ऐसी स्थिति के आकलन के बाद इंदौर के रिशु मूनतेजा और उनकी टीम ने शेफ लैब नामक ऐप शुरू किया है. अपने इस स्टार्टअप को लेकर रिशु बताते हैं कि हर घर में कोई ना कोई महिला एक बेहतरीन डिश बनाती है, लेकिन उसका टैलेंट जीवन भर घर में ही रह जाता है, उसकी प्रतिभा को दुनिया भर में तारीफ मिलने के साथ उसे उसके व्यंजन पर इनकम भी हो, इसी कांसेप्ट के साथ यह स्टार्टअप तैयार किया गया है. उन्होंने बताया यह स्टार्टअप महिला सशक्तिकरण का माध्यम तो है ही लेकिन इसमें पुरुष शेफ भी जुड़ सकते हैं.

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ऐसे होगी फूड डिलीवरी: इस ऐप में जुड़ने के लिए पहले ग्रहणियों को अपनी डिश के जरिए रजिस्ट्रेशन कराना होगा, फिर फूड लाइसेंस और गुमास्ता लाइसेंस लेने के बाद संबंधित कुक या शेफ और उनकी डिश की लिस्टिंग ऐप में होगी. ऑर्डर के बाद फूड डिलीवरी होने पर फूड आइटम का पैसा कमीशन काटने के बाद संबंधित को कुक या शेफ के खाते में ट्रांसफर हो जाएगा. फूड डिलीवरी के लिए राइडर और स्टैंडर्ड पैकेजिंग प्रोवाइड कराने की जिम्मेदारी भी शेफ लैब की होगी. इसके अलावा क्वालिटी कंट्रोल के लिए स्टार रैंकिंग सिस्टम लागू किया जाएगा. जिस फूड की रैंकिंग सर्वाधिक होगी, उसे ऐप के जरिए छोटी या बड़ी पार्टी के आर्डर भी मिल सकेंगे और संबंधित ग्रहणी या कुक के एंटरप्रेन्योर बनने के रास्ते खुल सकेंगे. लिहाजा अपनी तरह के इस ऐप से तरह-तरह के विशेष तैयार करने वाली महिलाएं काफी खुश हैं.

स्वाद की राजधानी में नई पहल

इंदौर। मिनी मुंबई कहे जाने वाला इंदौर अपनी स्वच्छता और जायके के लिए देशभर में फेमस है. इंदौर के छप्पन में जायकों का वैरायटी मिलती है. आपके स्वाद को और बढ़ाने के लिए इंदौर में एक नई पहल शुरू हो रही है. जी हां देशभर में पसंद किए जाने वाले इंदौरी फूड की डिलीवरी अब उन घरों के किचन से भी हो सकेगी, जहां तैयार किए जाने वाले तरह-तरह के व्यंजनों की भारी मांग हर कहीं है. लिहाजा इंदौर के एक स्टार्टअप ने अब उन घरों की महिलाओं को भी कॉरपोरेट फूड डिलीवरी सिस्टम से जुड़ने का मौका दिया है, जिनकी किसी ना किसी व्यंजन को बनाने में खासी महारत है. शेफ लैब नामक इस ऐप के जरिए विभिन्न घरों की महिलाएं अपनी अपनी डिशेज अब सीधे ऑनलाइन ऑर्डर देने वाले ग्राहकों को डिलीवर कर अपने आमदनी का जरिया भी खड़ा कर सकेंगी.

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शेफ लैब दिलाएगी पहचान: दरअसल देश और दुनिया में तेजी से विकसित होते फूड डिलीवरी सिस्टम के चलते इंदौर में ही प्रतिदिन करीब 24 हजार डिलीवरी ऑर्डर के जरिए तरह-तरह के व्यंजनों की डिलीवरी होती है. इस डिलीवरी सिस्टम में फिलहाल वह रेस्टोरेंट और शेफ जुड़े हुए हैं, जो चर्चित हैं. इसके बावजूद कई ग्राहक ऐसे हैं, जो जानकारी और इन्हें तैयार करने वाले की पहचान नहीं होने के कारण चाह कर भी अपनी मनपसंद के पारंपरिक व्यंजनों का आर्डर नहीं कर पाते. यही स्थिति तरह-तरह के पारंपरिक व्यंजन करने करने वाली गृहणियों की है, जो अपने द्वारा तैयार किए गए खास व्यंजन को चाह कर भी पहचान नहीं दिला पाती हैं. ऐसी स्थिति के आकलन के बाद इंदौर के रिशु मूनतेजा और उनकी टीम ने शेफ लैब नामक ऐप शुरू किया है. अपने इस स्टार्टअप को लेकर रिशु बताते हैं कि हर घर में कोई ना कोई महिला एक बेहतरीन डिश बनाती है, लेकिन उसका टैलेंट जीवन भर घर में ही रह जाता है, उसकी प्रतिभा को दुनिया भर में तारीफ मिलने के साथ उसे उसके व्यंजन पर इनकम भी हो, इसी कांसेप्ट के साथ यह स्टार्टअप तैयार किया गया है. उन्होंने बताया यह स्टार्टअप महिला सशक्तिकरण का माध्यम तो है ही लेकिन इसमें पुरुष शेफ भी जुड़ सकते हैं.

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ऐसे होगी फूड डिलीवरी: इस ऐप में जुड़ने के लिए पहले ग्रहणियों को अपनी डिश के जरिए रजिस्ट्रेशन कराना होगा, फिर फूड लाइसेंस और गुमास्ता लाइसेंस लेने के बाद संबंधित कुक या शेफ और उनकी डिश की लिस्टिंग ऐप में होगी. ऑर्डर के बाद फूड डिलीवरी होने पर फूड आइटम का पैसा कमीशन काटने के बाद संबंधित को कुक या शेफ के खाते में ट्रांसफर हो जाएगा. फूड डिलीवरी के लिए राइडर और स्टैंडर्ड पैकेजिंग प्रोवाइड कराने की जिम्मेदारी भी शेफ लैब की होगी. इसके अलावा क्वालिटी कंट्रोल के लिए स्टार रैंकिंग सिस्टम लागू किया जाएगा. जिस फूड की रैंकिंग सर्वाधिक होगी, उसे ऐप के जरिए छोटी या बड़ी पार्टी के आर्डर भी मिल सकेंगे और संबंधित ग्रहणी या कुक के एंटरप्रेन्योर बनने के रास्ते खुल सकेंगे. लिहाजा अपनी तरह के इस ऐप से तरह-तरह के विशेष तैयार करने वाली महिलाएं काफी खुश हैं.

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