इंदौर। कोरोना काल के बीच मिनी मुंबई के नाम एक उपलब्धि दर्ज हो गई है. शहर की स्नूकर खिलाड़ी अमी कमानी ने शहर के साथ प्रदेश का गौरव भी बड़ाया है. अमी को अर्जुन अवार्ड के लिए नामित किया गया है. अमी कमानी स्नूकर की वर्ल्ड रैंकिंग में दूसरे नंबर की खिलाड़ी हैं. अमी ने इससे पहले म्यांमार में आयोजित महिला एशियन स्नूकर चैंपियनशिप को जीतकर देश का नाम रोशन किया था, अमी का नाम अर्जुन अवार्ड के लिए नामित होने के बाद ये उम्मीद जताई जा रही है कि, इंडिया में भी स्नूकर के कई टैलेंटेड खिलाड़ी उभरकर सामने आएंगे.
वर्ल्ड रैंकिंग में दूसरे नंबर की खिलाड़ी अमी कमानी ने अर्जुन अवार्ड के लिए नॉमिनेट होने पर खुशी जाहिर की है. उन्होंने इसे खुद के लिए सम्मान की बात बताया. अमी के मुताबिक इस उपलब्धि से उन्हें आने वाले दिनों में और बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरणा मिलेगी.
एशियन स्नूकर चैंपियनशिप (महिला) जीतने वाली भारत की पहली महिला खिलाड़ी
अमी कमानी ने इससे पहले 2018 में म्यांमार में आयोजित एशियन स्नूकर चैंपियनशिप में भी जीत दर्ज कराई थी. इस चैंपियनशिप में उन्होंने थाईलैंड की स्टार खिलाड़ी सिरिपापोन नुआथाखामजन को 3-0 के सीधे सेट में मात दी थी, आमतौर पर इस खेल में महिलाओं की भागीदारी कम दिखाई देती है. लेकिन समय के साथ इसमें भी परिवर्तन हो रहा है और अब अमी देश की नंबर वन खिलाड़ी बन चुकी हैं.
रोजाना करती हैं 5 से 6 घंटे की प्रैक्टिस, परिवार से मिलता है पूरा सपोर्ट
अमी कमानी स्नूकर कि रोजाना 5 से 6 घंटे प्रैक्टिस करती हैं. वे नेहरू स्टेडियम के स्नूकर एकेडमी में प्रैक्टिस के लिए जाती हैं. स्नूकर से पहले अमी टेबल टेनिस की खिलाड़ी थीं. इसके बाद स्नूकर में उन्होंने अपना हाथ आजमाया और आज वर्ल्ड रैंकिंग में दूसरे नंबर के खिलाड़ी बन गईं हैं. स्नूकर में चैंपियन बनने के लिए अमी को परिवार ने भी सहयोग किया है. पढ़ाई के साथ- साथ खेल में भी आगे बढ़ने के लिए लगातार अमी का परिवार उन्हें प्रेरित करता रहा है. जिसकी वजह से आज अमी इस मुकाम पर पहुंच पाईं हैं.
पहली स्टेज पर करना चाहिए नए खिलाड़ियों को सपोर्ट
अमी कमानी ने नए खिलाड़ियों के लिए कहा है कि, शुरुआती दौर में ही उन्हें सपोर्ट करना चाहिए, ताकि वे शुरुआत में सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करना सीख सकें. अमी के मुताबिक खेल के साथ ही पढ़ाई पर भी ध्यान दिया जाए तो दोनों क्षेत्रों में अपने लक्ष्य को पाया जा सकता है.
कोराना काल में इंदौर के लिए ये एक उपलब्धि है. हालांकि लॉकडाउन की वजह से फिलहाल अमी कमानी प्रैक्टिस के लिए घर से नहीं निकल पा रही हैं, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि, जल्द ही हालात सुधरेंगे और एक बार फिर वे प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर देश का नाम रोशन करेंगी.
क्या है अर्जुन अवार्ड
अर्जुन अवार्ड खिलाड़ियों को दिया जाने वाला एक पुरस्कार है. जो भारत सरकार खिलाड़ियों को खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये देती है. इस पुरस्कार की शुरुआत 1961 से हुई थी. पुरस्कार के तौर पर 5 लाख रुपये की राशि, अर्जुन की कांस्य प्रतिमा और एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता है.