इंदौर: इंदौर के खजराना थाना क्षेत्र में 9 साल के बच्चे का धर्मांतरण और उसका खतना करवाने वाले आरोपी इलियास को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं घटना सामने आने के बाद लड़के के मूल पिता ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. पुलिस प्रशासन पूरे मामले में जांच पड़ताल करने में जुटी हुई है तो वहीं बच्चे को चाइल्डलाइन को सौंपने की बात भी कही जा रही है. पूरा मामला इंदौर के खजराना थाना क्षेत्र का है.
पिता ने लगाए गंभीर आरोप: पिता महेश ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह सोची समझी साजिश के तहत उनके पत्नी और बेटे का धर्मांतरण करवाया गया. धर्मांतरण के लिए आरोपी इलियास और उसके रिश्तेदार शाहजापुर, रतलाम के आसपास एक पूरा गिरोह चला रहे हैं, जो लगातार हिंदुओं का ब्रेनवाश कर मुस्लिम बना रहे हैं और फिर उन्हें आतंकवादी बनाया जा रहा है. वही बच्चे के पिता ने यह भी आरोप लगाया कि जब उनका बेटा 9 साल का हुआ तब जाकर इलियास ने उसका एडमिशन स्कूल में करवाया.
मकसद आतंकवादी बनाना: पिता ने बताया कि "8 सालों तक उससे बच्चे का एडमिशन स्कूल में इसलिए नहीं करवाया क्योंकि उसने मुझ के मूल पिता को यह कहा था कि वह उसके बेटे को पढ़ाएगा नहीं बल्कि आतंकवादी बनाएगा. वही इलियास ने तो महेश को यह भी धमकी दी थी कि उसके पत्नी और बेटों को आतंकवादी बना देगा और यही उसका असली मकसद है. पिता महेश का तो यहां तक कहना है कि इलियास ने पत्नी और बच्चे को वापस लौटाने के लिए पांच लाख रुपयों की डिमांड भी की थी. आरोपी इलियास का मूल मकसद ही पत्नी और बेटे को आतंकवादी बनाना था.
सीएम और गृहमंत्री को दिया धन्यवाद: पिता महेश ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृहमंत्री को भी धन्यवाद दिया है. जिस तरह से इस पूरे मामले में उसके बेटे का धर्मांतरण करवाया गया है. उसको लेकर उसका कहना है कि धर्म को लेकर मध्यप्रदेश में एक बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है. इसके लिए फंडिंग बड़े लेवल पर की जा रही है. इसके पीछे सरकार को जांच करनी चाहिए कि इन लोगों को फंडिंग किसके द्वारा की जा रही है. उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाना चाहिए. आरोपी के खिलाफ कार्रवाई होना चाहिए.
आरोपी इलियास गिरफ्तार: वहीं इस पूरे मामले में खजराना थाना प्रभारी दिनेश वर्मा का कहना है कि "पीड़ित की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. बच्चे को लेकर लगातार जांच पड़ताल की जा रही है. आरोपी ने उसका खतना करवा दिया था. जिसको लेकर उसका मेडिकल भी करवाया गया और मेडिकल के आधार पर ही बच्चे के खतने की पुष्टि हुई है. मूल रूप से जिस महिला से इलियास की दोस्ती हुई थी वह भी शाजापुर की रहने वाली थी.
पुलिस ने बताया कि "नाबालिग अवस्था में इलियास से उसकी दोस्ती हो गई थी. उस दौरान उसने नाबालिग के साथ गलत काम किया था. जिसके चलते उसके खिलाफ पास्को की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया था. इलियास इस दौरान जेल चला गया और जेल से छूटने के बाद वापस महिला के संपर्क में आ गया. उसके बाद इलियास से शादी हो जाने के बाद भी पीड़िता से संपर्क जारी रखा और उसके बाद योजनाबद्ध तरीके से बेटे सहित पीड़िता को अपने पास बुला लिया. उसके बाद जहां उसके बच्चे का धर्मांतरण करवा दिया. जिस तरह से बच्चे का धर्मांतरण करवाया गया है तो फिलहाल अभी तो बच्चा मां के पास ही रहेगा. लेकिन आगे इस पूरे मामले की जानकारी सीडब्ल्यूसी को भी दे दी गई है."