इंदौर। राजधानी भोपाल में कोरोना वैक्सीन के शुरू हुए ट्रायल को देखते हुए इंदौर स्वास्थ्य विभाग ने भी ट्रायल की तैयारियां पूरी कर ली हैं, हालांकि अभी तक केंद्र सरकार के द्वारा इंदौर में ट्रायल को लेकर किसी प्रकार के आदेश नहीं दिए गए हैं, लेकिन संभावनाओं को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए तैयारियां की है. इंदौर में कोरोना वैक्सीन के भंडारण को लेकर कोल्ड स्टोरेज की समस्या होने के बात अधिकारियों ने स्वीकार की है.
शहर में करीब 29 हजार फ्रंटलाइन वर्कर्स का डाटा तैयार हुआ है, जो कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम की व्यवस्था में लगे हुए हैं. इंदौर में लगभग 2 हजार स्वास्थ्य कर्मी चिन्हित किए गए हैं, जो शहर वासियों को कोरोना वैक्सीन लगाएंगे.
इंदौर में जिस प्रकार से कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है. उससे यह संभावना जताई जा रही है कि, शहर में भी कोरोना वैक्सीन का ट्रायल शुरू किया जा सकता है. मध्य प्रदेश में इंदौर कोरोना संक्रमण का सबसे बड़ा हॉट- स्पॉट बन चुका है. रोजाना 500 से अधिक मरीजों की संख्या यहां सामने आ रही है.
सबसे पहले इन्हें लगाई जाएगी कोरोना वैक्सीन
इंदौर में कोरोना वैक्सीन का ट्रायल शुरू किया जाता है तो, सबसे पहले फ्रंट लाइन में काम करने वाले लोगों का टीकाकरण किया जाएगा. इसमें स्वास्थ्य कर्मी और वे लोग शामिल हैं, जो कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लगे हुए हैं. केंद्र सरकार से मिले आदेश के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इन लोगों का डाटा तैयार किया है.
इंदौर में नहीं है वैक्सीन के कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था
इंदौर के सीएचएमओ प्रवीण जड़िया ने यह स्वीकार किया है कि, कोरोना वैक्सीन को रखने के लिए इंदौर में जिस प्रकार का कोल्ड स्टोरेज होना चाहिए, वो फिलहाल मौजूद नहीं है. वैक्सीन के स्टोरेज के लिए जिस तरह के तापमान की आवश्यकता होती है, उस हिसाब से यहां पर कोल्ड स्टोरेज नहीं हैं. इसके लिए भी स्वास्थ्य विभाग ने केंद्र सरकार को पत्र लिखा है. स्वास्थ विभाग के पास रखे गए पुराने फ्रीजर पूरी तरह से खराब हो चुके हैं. जिन्हें हटा दिया गया है और नए फ्रीजर की मांग की गई है.
सांसद ने लिखा केंद्रीय मंत्री को पत्र
इंदौर से बीजेपी सांसद शंकर लालवानी ने भी शहर में कोल्ड स्टोरेज की समस्या को देखते हुए केंद्रीय उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी को पत्र लिखा है. इस पत्र में सांसद ने ये भी मांग की है कि, एयरपोर्ट के कार्गो टर्मिनल पर कोल्ड स्टोरेज की आधुनिक व्यवस्था की जा सकती है. जिससे कि वैक्सिंग को वहीं पर सुरक्षित रखा जा सके. वर्तमान में जो कोल्ड स्टोरेज हैं उनमें माइनस 15 डिग्री सेल्सियस तापमान सहने की क्षमता नहीं है. इसी को देखते हुए सांसद ने केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखकर कोल्ड स्टोरेज की मांग की है.